अतिरिक्त निर्माण के एवज में आरआई जय कुमार ने 50 हजार की डिमांड @Patrika. प्रकरण के मुताबिक शिवाजी नगर कोहका निवासी चंदेश्वर सिंह की पत्नी कुसुम ने मकान बनाने भवन अनुज्ञा लिया थी। मकान भवन अनुज्ञा के हिसाब से नहीं बना। जांच में खुलासा हुआ कि अनुज्ञा के विपरित अतिरिक्त निर्माण किया गया है। अतिरिक्त निर्माण के एवज में आरआई जय कुमार ने 50 हजार की डिमांड की। इसके पहले ही वह दो हजार ले चुका खा। बाद में वह और रुपए की मांग करने लगा। इससे परेशान होकर चंदेश्वर सिंह ने ३१ अक्टूबर २०१३ को एसीबी में शिकायत कर दी। शिकायत के बाद एसीबी के अधिकारियों ने निगम कार्यालय में जय कुमार जैन व पतिराम बरेठ को रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। आरोपियों से एक हजार के कुल छह नोट जब्त किए थे।@Patrika
26 में से 16 प्रकरणों पर हुई सजा
@Patrika.जनवरी से अब तक कुल 26 भ्रष्टाचार के प्रकरणों में फैसला सुनाया गया। इसमें से केवल 16 प्रकरणों में भ्रष्टाचार की धारा के तहत आरोपियों को सजा दी गई। वहीं १० प्रकरणों में अपराध सिद्ध नहीं होने पर न्यायालय ने लोकसेवकों को दोषमुक्त कर दिया। हालाकि विशेष लोक अभियोजकों ने इन प्रकरणों में आए फैसले को हाईकोर्टमें चुनौती देने विधि विभाग को पत्र लिखा है।@Patrika
त्वरित निराकरण करने के लिए जिला न्यायालय में चार कोर्ट
@Patrika.विशेष लोक अभियोजक विजय कसार ने बताया कि भ्रष्टाचार के प्रकरणों का त्वरित निराकरण करने के लिए जिला न्यायालय में चार कोर्ट है। प्रकरणों की सुनवाई में तेजी है। इस साल अब तक 16 प्रकरणों पर फैसला आ चुका है। केवल ११ प्रकरण ही विचाराधीन है।@Patrika