scriptभिलाई निगम के रिश्वतखोर आरआई और पटवारी को तीन साल की सजा | RI and Patwari, who took bribe, sentenced to three years | Patrika News

भिलाई निगम के रिश्वतखोर आरआई और पटवारी को तीन साल की सजा

locationदुर्गPublished: Nov 03, 2018 09:34:29 pm

विशेष न्यायाधीश एन्टीकरप्शन विजय कुमार साहू ने भिलाई निगम के आरआई जय कुमार जैन (49 वर्ष) और पटवारी पतिराम बरेठ (51वर्ष) को रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में तीन-तीन साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।

Durg crime

भिलाई निगम के रिश्वतखोर आरआई और पटवारी को तीन साल की सजा

दुर्ग@Patrika. नगर पालिक निगम भिलाई नगर के रिश्वतखोर रेवेन्यू इंस्पेक्टर और पटवारी को न्यायालय दोषी ठहराया है। विशेष न्यायाधीश एन्टीकरप्शन विजय कुमार साहू ने भिलाई निगम के आरआई दुर्ग निवासी जय कुमार जैन (49 वर्ष) और पटवारी रामनगर भिलाई निवासी पतिराम बरेठ (51वर्ष) को रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में तीन-तीन साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। इसी के साथ ही दो-दो हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है।
अतिरिक्त निर्माण के एवज में आरआई जय कुमार ने 50 हजार की डिमांड

@Patrika. प्रकरण के मुताबिक शिवाजी नगर कोहका निवासी चंदेश्वर सिंह की पत्नी कुसुम ने मकान बनाने भवन अनुज्ञा लिया थी। मकान भवन अनुज्ञा के हिसाब से नहीं बना। जांच में खुलासा हुआ कि अनुज्ञा के विपरित अतिरिक्त निर्माण किया गया है। अतिरिक्त निर्माण के एवज में आरआई जय कुमार ने 50 हजार की डिमांड की। इसके पहले ही वह दो हजार ले चुका खा। बाद में वह और रुपए की मांग करने लगा। इससे परेशान होकर चंदेश्वर सिंह ने ३१ अक्टूबर २०१३ को एसीबी में शिकायत कर दी। शिकायत के बाद एसीबी के अधिकारियों ने निगम कार्यालय में जय कुमार जैन व पतिराम बरेठ को रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। आरोपियों से एक हजार के कुल छह नोट जब्त किए थे।@Patrika
26 में से 16 प्रकरणों पर हुई सजा
@Patrika.जनवरी से अब तक कुल 26 भ्रष्टाचार के प्रकरणों में फैसला सुनाया गया। इसमें से केवल 16 प्रकरणों में भ्रष्टाचार की धारा के तहत आरोपियों को सजा दी गई। वहीं १० प्रकरणों में अपराध सिद्ध नहीं होने पर न्यायालय ने लोकसेवकों को दोषमुक्त कर दिया। हालाकि विशेष लोक अभियोजकों ने इन प्रकरणों में आए फैसले को हाईकोर्टमें चुनौती देने विधि विभाग को पत्र लिखा है।@Patrika
त्वरित निराकरण करने के लिए जिला न्यायालय में चार कोर्ट
@Patrika.विशेष लोक अभियोजक विजय कसार ने बताया कि भ्रष्टाचार के प्रकरणों का त्वरित निराकरण करने के लिए जिला न्यायालय में चार कोर्ट है। प्रकरणों की सुनवाई में तेजी है। इस साल अब तक 16 प्रकरणों पर फैसला आ चुका है। केवल ११ प्रकरण ही विचाराधीन है।@Patrika
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