बच्ची का कहना था कि वह परिजनों के साथ स्टेशन आई थी। इस दौरान हाथ छुटने से वह बिछड़ गई। बच्ची के परिजनों के तक पहुंचने अधिकारी कर्मचारी दो घंटे तक स्टेशन परिसर में घुमते रहे। कई बार उद्घोषणा कराया गया। इसके बाद भी परिजनों का पता नहीं चलने पर मासूम को आरपीएफ चेक पोस्ट में रखा गया।
दो घंटे बाद परिजन यह सूचना देने पहुंचे थे कि उनकी मासूम बेटी दुर्ग रेलवे स्टेशन में कहीं खो गई है। अधिकारियों ने हुलिया पूछने के बाद जब बच्ची को दिखाया तो खोई हुई बच्ची निकली।औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मासूम को परिजनों के हवाले किया गया। आरपीएफ प्रभारी पी तिवारी ने बताया कि पीडि़त परिवार सुभाष नगर का है। बच्ची के समय से मिलने पर परिवार ने राहत की सांस ली।
भिलाई में डेंगू (Dengue in Bhilai)धीरे-धीरे टाउनशिप में पैर पसार रहा है। पूर्व पार्षद जी विनोद ने बताया कि रेलवे स्टेशन भिलाई नगर (Bhilai nagar Railway station) के समीप एक महिला को डेंगू हो गया है। महिला को घर वाले दुर्ग स्थित निजी हॉस्पिटल में दाखिल किए हैं। यहां बारिश का पानी सड़क तक भर गया है। निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। इधर पार्षद राजेश चौधरी ने बताया कि सेक्टर-4 बेहद संवेदनशील है। यहां दवा छिड़काव के साथ-साथ फॉगिंग मशीन को हर सड़क में चलाना होगा। डेगू के पेसेंट यहां भी मिल रहे हैं। डेंगू को देखते हुए भिलाई नगर रेलवे स्टेशन में डेंगू से राहत और बचाव संबंधी पोस्टर भी चिपकाए गए हैं।