दो माह मिशन मोड पर काम
ग्रीष्म में संभावित पेयजल संकट को लेकर जिले में अलर्ट मोड पर काम होगा। कलेक्टर ने इसके लिए अगले दो महीने मिशन के रूप में युद्धस्तर पर काम करने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा है कि शहर के किसी भी वार्ड में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए, पेयजल हर घर की पहुंच में हो, इसके लिए अगले दो महीने मिशन मोड पर काम करें।
प्याऊ और पक्षियों के लिए सकोरे
कलेक्टर ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में हमेशा से गर्मी के समय राहगीरों के लिए प्याऊ आरंभ करने का चलन रहा है। इसके लिए स्वयंसेवी संस्थाएं बढिय़ा काम करती हैं। जहां पर स्वयंसेवी संस्थाओं की उपस्थिति नहीं है वहां पर प्रशासनिक अमला प्याऊ आरंभ कर सकता है। हर घर के आंगन में और चहारदीवारी में पक्षियों के लिए पानी से भरे सकोरे हों इसके लिए भी अभियान चलाएं।
विभागों की खरीदी सी-मार्ट से
कलेक्टर ने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि स्कूलों, आंगनबाड़ी, छात्रावास और विभागीय दफ्तरों में उपयोग आने वाली सामग्री की खरीदी सी-मार्ट अथवा गौठानों से हो। हमारे गौठान ग्रामीण आजीविका केंद्र के रूप में स्थापित हो रहे हैं। यहां मसाले से लेकर तेल पेराई तक सभी कार्य हो रहे हैं।