शोकॉज नोटिस में पंजीयक ने पूछा है कि आपके द्वारा टोकन जारी नहीं करने जैसे निर्देश से समितियों एवं किसानों मे भ्रम की स्थिति निर्मित हुई है। इस कृत्य से शासन की महत्वपूर्ण धान खरीदी योजना में व्यवधान उत्पन्न हुआ है। इससे कानून व्यवस्था बिगडऩे की स्थिति भी बनी है। उन्हें विपणन संघ से राशि 281.50 करोड़ धान उपार्जन की राशि कृषकों के खाते में डालने के लिए दिए गए। इसमें से 200.44 करोड़ कृषकों के खाते में जमा किया गया है जो सीईओ के उदासीनता व लापरवाही का द्योतक है। सीइओ के कृत्य से सोसाइटी एवं बैंक की छबि धूमिल हुई है। इस प्रकार धान खरीदी नीति का स्पष्ट उल्लंघन किया गया है।
दुर्ग के खाद्य विभाग की जांच रिपोर्ट क ो आधार बनाते हुए दुर्ग सिटी कोतवाली पुलिस ने कालिका अन्नपूर्णा महिला स्वसहायता समूह बैजनाथपारा की अध्यक्ष ज्योति खरे और सेल्समेन राकेश गौतम (23) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। जांच में खुलासा हुआ है कि दोनों ने मिलकर 75 लोगों को योजना के तहत राशन देने में घोटाला किया है।