scriptबेटा नहीं देता गुजारा भत्ता, 78 साल के बुजुर्ग ने कलेक्टर के सामने लगाई फरियाद | Son does not give alimony, complained to collector | Patrika News

बेटा नहीं देता गुजारा भत्ता, 78 साल के बुजुर्ग ने कलेक्टर के सामने लगाई फरियाद

locationदुर्गPublished: May 05, 2022 11:19:37 am

Submitted by:

Hemant Kapoor

कलयुगी बेटे के कारगुजारियों से परेशान 78 साल के बुजुर्ग ने कलेक्टर के सामने भरण-पोषण के लिए फरियाद लगाई। सुभाष नगर के बुजुर्ग ने बताया कि उम्र की वजह से वह अब काम नहीं कर सकता, लेकिन चौकीदार बेटा उसे कोई भी मदद नहीं करता। यहां तक की कुटुंब न्यायालय के फैसले के बाद भी गुजारा भत्ता नहीं देता।

बेटा नहीं देता गुजारा भत्ता, 78 साल के बुजुर्ग ने कलेक्टर के सामने लगाई फरियाद

78 साल के बुजुर्ग ने कलेक्टर के सामने लगाई फरियाद

बुजुर्ग ने कलेक्टर जनदर्शन में अपनी व्यथा कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के समक्ष रखी। बुजुर्ग ने बताया कि उसकी पत्नी का निधन सत्रह वर्ष पूर्व हो चुका है। अब केवल बेटे का सहारा है लेकिन बेटा किसी तरह की आर्थिक मदद नहीं करता। बुजुर्ग होने के कारण अब काम करना संभव नहीं। बेटा न तो आर्थिक रूप से मदद करता है और न ही घर का किराया देता है। उन्होने बताया कि वे घर के एक कमरे में रहते हैं और शेष घर में बेटा अपने परिवार के साथ रहता है। यदि गुजारा भत्ता न दें तो कम से कम मकान का किराया दे दे। यदि मकान खाली कर देगा तो किराये की राशि से भरण-पोषण संभव हो सकता है। बुजुर्ग ने बताया कि वर्ष 2019 में उसकी शिकायत पर कुटुंब न्यायालय ने बेटे को गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया था। इसके बाद भी बेटा गुजारा भत्ता नहीं देता। कलेक्टर ने एसडीएम दुर्ग को इस मामले में उचित कार्रवाई कर राहत दिलाने के निर्देश दिए।

राशन कार्ड का आवेदन किया तो पेंशन रूक गई
ग्राम पुरई के बुजुर्ग ने बताया कि पिछले महीने उसने राशन कार्ड के लिए आवेदन लगाया था। बीपीएल सूची में भी नाम दर्ज होने की बात कही। बुजुर्ग ने बताया कि राशन कार्ड के आवेदन पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है लेकिन वृद्धावस्था पेंशन रूक गई है। कलेक्टर ने अधिकारियों को पूरे प्रकरण को देखने और बुजुर्ग को तुरंत राहत दिलाने के निर्देश दिये।

नहीं मिली कोविड अनुग्रह राशि
पोटिया कला के एक आवेदक ने कोविड अनुग्रह राशि अब तक प्राप्त नहीं होने संबंधी आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि उनकी माताजी का निधन कोविड से हुआ। इस पर उन्होंने क्लेम संबंधी आवेदन जिला प्रशासन को किया। खारिज किए गए आवेदनों की सूची में हमारा आवेदन नहीं था लेकिन अब तक इसकी राशि प्राप्त नहीं हुई है।

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