scriptदुर्लभ बीमारी से जूझ रहे तीन माह के बेटे को बचाने पिता ने लगाई कलेक्टर से गुहार, इलाज के लिए 16 करोड़ की दरकार | Son suffering from rare disease, father sought help from collector | Patrika News

दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे तीन माह के बेटे को बचाने पिता ने लगाई कलेक्टर से गुहार, इलाज के लिए 16 करोड़ की दरकार

locationदुर्गPublished: Dec 07, 2021 08:39:52 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

तीन माह का बेटा स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफ्री नामक गंभीर बीमारी से ग्रसित है। यह लाखों में किसी एक को होती है। डॉक्टरों ने इसके इलाज के लिए 16 करोड़ रुपए के इंजेक्शन का खर्च बताया है

दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे तीन माह के बेटे को बचाने पिता ने लगाई कलेक्टर से गुहार, इलाज के लिए 16 करोड़ की दरकार

दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे तीन माह के बेटे को बचाने पिता ने लगाई कलेक्टर से गुहार, इलाज के लिए 16 करोड़ की दरकार

दुर्ग. तीन माह के मासूम बेटे की दुर्लभ बीमारी से व्यथित बोरसी निवासी खिलेंद्र कुमार माजर ने सोमवार को राहत की उम्मीद से कलेक्टर जनदर्शन में गुहार लगाई। उन्होंने बताया कि उनका तीन माह का बेटा स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफ्री नामक गंभीर बीमारी से ग्रसित है। यह लाखों में किसी एक को होती है। डॉक्टरों ने इसके इलाज के लिए 16 करोड़ रुपए के इंजेक्शन का खर्च बताया है, जिसे वह पूरी पूंजी बेचकर भी पूरा नहीं कर सकता।
शरीर ने जवाब देना कर दिया शुरु
माजरे ने बताया कि 11 सिंतबर को उनके बेटे का जन्म हुआ है। जन्म के महीनेभर तक सब कुछ ठीक चला। इसके बाद बच्चे के शरीर ने जवाब देना शुरू कर दिया। शुरू में बच्चे का शरीर पर नियंत्रण समाप्त हुआ और अब वह अपनी गर्दन तक ठीक से संभाल नहीं पाता। खिलेंद्र ने बताया कि उन्होंने दुर्ग-भिलाई के साथ रायपुर के तमाम बड़े चिकित्सा संस्थानों में बेटे को दिखाया। इसमें स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफ्री की पुष्टि हुई। जेके लॉन हॉस्पिटल जयपुर राजस्थान के डॉक्टर प्रियांशु माथुर के हवाले से खिलेंद्र ने बताया कि इसके लिए 16 करोड़ के जोल्गेसमा इंजेक्शन की दरकार है। वह भी बच्चे को जल्द से जल्द लगाना होगा। यह इंजेक्शन जितनी जल्दी लगाया जाएगा, बच्चे के ठीक होने की संभावना उतनी ज्यादा होगी। ऐसे बच्चे आमतौर पर दो साल तक ही सरवाइव कर पाते है।
दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे तीन माह के बेटे को बचाने पिता ने लगाई कलेक्टर से गुहार, इलाज के लिए 16 करोड़ की दरकार
सेवाभावी लोगों से सहयाती की उम्मीद
खिलेंद्र माजरे ने बताया कि इसी बीमारी से ग्रसित कई बच्चों का इलाज हुआ है। प्रशासन के अलावा सेवाभावी लोगों ने भी सहयोग किया है। ऐसे में उन्हें भी पूर्ण उम्मीद है कि उनके बेेटे की जीवन बच जाएगी। वे विधायक अरुण वोरा व देवेंद्र यादव से भी फरियाद लगा चुके हैं। मुख्यमंत्री से भी जल्द गुहार लगाएंगे।
कलेक्टर ने दिलाया भरोसा
हाउसिंग बोर्ड में सहायक पिता की फरियाद पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने बच्चे के जीवन रक्षा की लिए यथासंभव उपाय करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा करेंगे। विभाग द्वारा इस तरह की गंभीर बीमारियों में योजना मुताबिक जिस तरह राहत देने के उपाय संभव हैं, वे सारे उपाय सुनिश्चित कराए जाएंगे।
दिव्यांग ने मांगा रोजगार
जनदर्शन में एक दिव्यांग ने भी फरियाद लगाई। उसने बताया कि उसकी पत्नी भी दिव्यांग है और उसकी दो बेटियां भी है। दिव्यांग ने रोजगार की मांग की। इस पर कलेक्टर ने शासन द्वारा चलाई जाने वाली स्किल डेवलपमेंट कोर्स में उन्हें पंजीकरण करने की सलाह दी और समाज कल्याण विभाग में आवेदक को मिलने के लिए कहा ताकि शासन की योजनाओं से वह स्वरोजगार की ओर आगे बढ़े।
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