नेहरू नगर निवासी सुखवंत सिंह की गंजपारा में सत्कार मशीनरी ऑटो पाट्र्स नाम से दुकान व गोदाम है। जहां मुकेश ठाकुर रात में चोरी के नीयत से घुसा था। सुखवंत सिंह की दुकान के गोडाउन में शटर और रोशनदान के बीच से उसने घुसने का प्रयास किया। जहां उसका आधा शरीर गोडाउन के अंदर घुस गया, लेकिन उसका सिर बाहर ही रह गया। धड़ दोनों के बीच फंस गया। नीचे की तरफ उसे सपोर्ट नहीं मिला। वह छटपटाता रहा। एंगल और शटर के बीच गला दबने से उसने दम तोड़ दिया।
गोदाम संचालक सुखवंत सिंह ने पुलिस को बताया कि दुकान को रात में बंदकर घर चला गया था। शनिवार को सुबह दुकान को खोला। फिर करीब 11 बजे गोदाम गया तो देखा शटर और रोशनदान के एंगल के बीच युवक मृत अवस्था में फंसा हुआ था। शटर के खोलने के पहले पुलिस को सूचना दी। पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और युवक के शव को बाहर निकला। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम कराया। इसके बाद शव परिजनों को सौप दिया।
दुर्ग का पुराना मरच्यूरी गौरव पथ में सतरूपा शीतला तालाब के पास थी। उसका भवन खंडहर होने लगा था। छड़ें बाहर निकल रही थी। लोग छड़ को चोरी कर ले जा रहे थे। छड़ चुराने के लिए ही आधी रात को दो युवक मरच्यूरी में घुसे थे। छत का लोहा काट रहे थे। तभी छत गिर गया, जिसमें दोनों दब गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई थी।