अनुबंध के पांच फीसदी का डिमांड
ठेकेदारों ने कलेक्टर को सौंपे गए शिकायती पत्र में बताया है कि अवैध उगाही करने वाला खुद को आरटीआई एक्टिविस्ट बताता है। नियमानुसार काम के संबंध में जानकारी अथवा दस्तावेज मांगने के बजाए ठेकेदारों से अनुबंध का 5 फीसदी राशि की डिमांड करता है। ठेकेदारों का कहना है कि वे यह राशि देने में असमर्थ हैं।
जांच और काम रोकने की धमकी
ठेकेदारों की माने तो संबंधित व्यक्ति कार्यस्थल पर भी पहुंच जाता है और कर्मचारियों को भी धमकाने से गुरेज नहीं करता। कार्यस्थल पर काम की जांच, परीक्षण और काम रोकने दबाव बनाता है। इससे कार्य में बाधा पहुंचती है। इससे न सिर्फ ठेकेदार बल्कि मौके पर काम करने वाले कर्मचारी भी मानसिक रूप से परेशान होते हैं।
कलेक्टर ने दिलाया कार्रवाई का भरोसा
ठेकेदारों ने बताया कि जिला लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय ठेकेदार संघ की ओर से ज्ञापन सौंपकर पूरे मामले की जानकारी कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे को दी गई है। ज्ञापन के साथ कलेक्टर से उक्त व्यक्ति के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई है। कार्रवाई नहीं होने तक कार्य नहीं कर पाने की जानकारी भी कलेक्टर को दे दी गई है। ठेकेदारों ने बताया कि कलेक्टर ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।