scriptलॉकडाउन बढ़ाने से टूटा व्यापारियों का सब्र, कलेक्टर से कहा, दूध, फल-सब्जी, दवाइयां नहीं मिलने से परेशानी में लोग | Traders protest against increasing lockdown in Durg district | Patrika News

लॉकडाउन बढ़ाने से टूटा व्यापारियों का सब्र, कलेक्टर से कहा, दूध, फल-सब्जी, दवाइयां नहीं मिलने से परेशानी में लोग

locationदुर्गPublished: Apr 14, 2021 12:34:19 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

जिला प्रशासन दुर्ग द्वारा 15 से 19 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाए जाने के बाद मंगलवार को छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर से भेंट किया और ज्ञापन भी सौंपा। (Coronavirus lockdown in Durg)

लॉकडाउन बढ़ाने से टूटा व्यापारियों का सब्र, कलेक्टर से कहा, दूध, फल-सब्जी, दवाइयां नहीं मिलने से परेशानी में लोग

लॉकडाउन बढ़ाने से टूटा व्यापारियों का सब्र, कलेक्टर से कहा, दूध, फल-सब्जी, दवाइयां नहीं मिलने से परेशानी में लोग

दुर्ग. जिला प्रशासन दुर्ग द्वारा 15 से 19 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाए जाने के बाद मंगलवार को छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर से भेंट किया और ज्ञापन भी सौंपा। व्यापारियों ने corona वायरस महामारी के प्रसार पर अंकुश के लिए लॉकडाउन और रात्रि कफ्र्यू के स्थान पर अन्य विकल्पों पर विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से अभी तक देश में कोविड के बढ़ते मामलों पर अंकुश नहीं लगा है। ऐसी स्थिति में यह अधिक उपयुक्त होगा यदि पूरे देश में विकल्प के तौर पर जिला स्तर पर बेहद मज़बूती के साथ कोविड उपायों को अपनाया जाए और विभिन्न क्षेत्रों के काम के समय में परिवर्तन किया जाए।
कोविड प्रोटोकॉल के तहत व्यापार करने की मांगी छूट
चेंबर के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन, प्रदेश उपाध्यक्ष महेश बंसल, प्रकाश सांखला, मंत्री मनोज बकत्यानी, अशोक राठी, दर्शन लाल ठकवानी, पवन बडज़ात्या, ज्ञानचंद जैन, मोहम्मद अली हिरानी, प्रहलाद रूंगटा, अंकित जैन ने संयुक्त रूप से कहा कि पिछले एक सप्ताह में कोविड के आंकड़ों का बारीकी से विश्लेषण करने से यह स्पष्ट हो गया है कि दुर्ग- भिलाई में लॉकडाउन कोविड मामलों को नीचे लाने के वांछित परिणाम को पाने में असफल रहे हैं। व्यापारियों ने कहा कि लॉकडाउन के बजाय अन्य वैकल्पिक उपलब्ध उपायों को अपनाया जाए, तो शायद कोविड के मामलों पर रोक लग सके। दुर्ग -भिलाई सहित छतीसगढ़ का व्यापार और वाणिज्य 2020 के पिछले लॉकडाउन के नुकसान से उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है। एक तरफ कोविड मामलों में वृद्धि को रोकने के लिए प्रभावी कदमों की आवश्यकता है जबकि दूसरी ओर आर्थिक और वाणिज्यिक गतिविधियों को भी सख्त तरीके से कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते चलने देना चाहिए।
दूध, फल-सब्जी नहीं मिलने से बढ़ रही परेशानी
व्यापारियों ने आवश्यक सेवाओं को आरंभ करने की बात करते हुए कहा कि लगातार 10 दिनों से बाजार बंद होने से दैनिक जरूरतों के सामान जैसे दूध, फल-सब्जी, दवाइयां नहीं मिलने से लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। जिन परिवारों में छोटे-छोटे बच्चे हैं उनको बड़ी विकट समस्या बन गई है। साथ ही चैत्र नवरात्र पर्व फलाहार नहीं मिलने से जन सामान्य को दिक्कतें होने लगी है। इसी तरह बैंकिंग सेवा बंद होने के कारण आने वाले समय में गैस और पेट्रोल की समस्या की विकराल स्थिति उत्पन्न कर सकती है।
ब्लैक में दोगुने दाम पर बिक रही सामग्रियां
चेम्बर प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि चोरी-छुपे बिकने वाले सामानों पर रोक लगाया जाना प्रशासन से संभव नहीं है। ब्लैक मार्केटिंग बहुत तेजी से बढ़ा है। हर सामान दोगुने दरों पर बाजार में अभी भी उपलब्ध है। इन सब से बचने के लिए और जनता को राहत देने के लिए लॉकडाउन में किराना फल-सब्जी और दूध दवाई से प्रतिबंध हटाया जाना चाहिए।
भिलाई निवास को बनाया जाए कोविड केयर सेंटर
चेंबर ने सुझाव के रूप में बताया कि भिलाई स्टील प्लांट के भिलाई निवास के सभी 700 कमरे जो सभी सुविधाओं से लैस है यहां भिलाई इस्पात संयंत्र से सेवाएं लेकर ऑक्सीजन ट्यूब लगाकर तैयार किए जाने चाहिए। यदि इस दिशा में छत्तीसगढ़ शासन का सहयोग मिल जाए भिलाई इस्पात संयंत्र पर दबाव बनाकर इसे एक कोविड-19 के रूप में तैयार किया जा सकता है। जहां ऑक्सीजन की सुविधा के माध्यम से इलाज सुविधाजनक ढंग से किया जा सकता है। ज्ञानचंद जैन ने वैक्सीन के इंजेक्शन लगाया जाने के दौरान दवाई वितरण की बात रखी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो