यहां भी 26 से बढ़कर हो गए 47 मरीज
कोविड केयर सेंटर शंकराचार्य अस्पताल, जुनवानी में त्योहार के समय कोरोना संक्रमितों की संख्या 26 थी। अब वहां दाखिल मरीजों की संख्या बढ़कर 47 से आगे निकल रही है। होम आइसोलेशन के मरीजों की तबीयत बिगडऩे पर भी इन्हें अस्पतालों में लाया जा रहा है। ग्राम झीट के कोविड केयर सेंटर में भी कुछ मरीज दाखिल हैं।
कोविड केयर सेंटर शंकराचार्य अस्पताल, जुनवानी में त्योहार के समय कोरोना संक्रमितों की संख्या 26 थी। अब वहां दाखिल मरीजों की संख्या बढ़कर 47 से आगे निकल रही है। होम आइसोलेशन के मरीजों की तबीयत बिगडऩे पर भी इन्हें अस्पतालों में लाया जा रहा है। ग्राम झीट के कोविड केयर सेंटर में भी कुछ मरीज दाखिल हैं।
पांच गुना बढ़ गए मरीज
भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर-9 अस्पताल में दिवाली के आसपास मरीजों की संख्या घटकर 10 के आसपास रह गई थी। पिछले कुछ दिनों में यहां कोविड मरीजों की संख्या बढ़कर पांच गुना से अधिक हो गई। आईसीयू में भी बेड फुल हो गए हैं। एक बार फिर अस्पताल में कोरोना वायरस की जांच कराने लंबी कतार देखने को मिल रही है।
भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर-9 अस्पताल में दिवाली के आसपास मरीजों की संख्या घटकर 10 के आसपास रह गई थी। पिछले कुछ दिनों में यहां कोविड मरीजों की संख्या बढ़कर पांच गुना से अधिक हो गई। आईसीयू में भी बेड फुल हो गए हैं। एक बार फिर अस्पताल में कोरोना वायरस की जांच कराने लंबी कतार देखने को मिल रही है।
प्रथम तल का वार्ड हुआ पैक
सेक्टर-9 अस्पताल में कोविड केयर सेंटर के प्रथम तल के वार्ड में एक भी बेड खाली नहीं है। इसके साइड कमरे में भी मरीजों को रखा गया है। इसके बाद दूसरे तल में भी करीब 50 फीसदी बेड भर गए हैं। वहां भी साइड रूम खाली नहीं है। इससे साफ है कि कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं। वहीं सेक्टर-9 अस्पताल में कोरोना संक्रमितों के लिए आईसीयू अलग से बना हुआ है, वहां भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बड़ों के साथ-साथ बच्चों का भी यहां आईसीयू है।
सेक्टर-9 अस्पताल में कोविड केयर सेंटर के प्रथम तल के वार्ड में एक भी बेड खाली नहीं है। इसके साइड कमरे में भी मरीजों को रखा गया है। इसके बाद दूसरे तल में भी करीब 50 फीसदी बेड भर गए हैं। वहां भी साइड रूम खाली नहीं है। इससे साफ है कि कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं। वहीं सेक्टर-9 अस्पताल में कोरोना संक्रमितों के लिए आईसीयू अलग से बना हुआ है, वहां भी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बड़ों के साथ-साथ बच्चों का भी यहां आईसीयू है।