नामांकन दाखिले के लिए चारूलता पांडेय समर्थकों की भीड़ के साथ कलक्टोरेट पहुंचीं। इनमें बड़ी संख्या में भाजपा से जुड़े नेता व कार्यकर्ता भी थे। संगठन से जुड़े पदाधिकारियों ने ही नामांकन खरीदने से लेकर भरने तक का काम संभाल रखा था। पूछे जाने पर किसी ने ठोस जवाब नहीं दिया। समर्थकों में महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल थी।
नामांकन दाखिले के बाद चारूलता पांडेय ने कहा कि वे मूलत: समाजसेवा से जुड़ी हैं। महिला सशक्तिकरण के लिए काम करती रही हैंं। भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पांडेय और 30 साल से पार्टी में काम कर रहे पति राकेश पांडेय से विद्रोह कर चुनाव लडऩे के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे पार्टी से जुड़े हैं और अपना काम कर रहे हैं। वे स्वतंत्र है, इसलिए विद्रोह जैसी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा व कांग्रेस दोनों राष्ट्रीय दलों ने महिलाओं का सम्मान नहीं किया।