करीब 10 फीसदी राशन कार्ड संदेह में
जिले में 3 लाख 3 हजार राशन कार्ड प्रचलित है। इनमें 12 लाख से भी ज्यादा सदस्य है। जिनके नाम पर राशन लिया जा रहा है। खाद्य विभाग के अफसरों की मानें तो इनमें से 8 से 10 फीसदी राशन कार्डों संदेहास्पद माना जा रहा है। इनमें से कुछ राशन कार्ड धारक अन्यत्र चले गए हैं। इसके अलावा कुछ हितग्राहियों के नाम से जारी राशन कार्डों का उपयोग दूसरे लोग कर रहे हैं। आधार की जगह केवल पावती जमाकर राशन लेने वाले लोग भी इसमें शामिल है।
29 जुलाई तक करना होगा आवेदन
पुराने राशन कार्डों के नवीनीकरण के लिए लगाए शिविरों में 29 जुलाई तक ही आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। इस अवधि में आवेदनों के आधार पर दस्तावेजों की जांच की जाएगी। जांच में सभी जरूरी दस्तावेज पाए जाने पर ही कार्ड नवीनीकृत किए जाएंगे। इस दौरान कोई भी दस्तावेज कम पाए जाने वाले कार्डों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
तो किया जाएगा सत्यापन
ऐसे आवेदन जिसमें मुखिया सहित परिवार के सभी सदस्यों के आधार नंबर होंगे, उन्हें सीधे नवीनीकरण के लिए मान्य कर लिया जाएगा। इसके अलावा परिवार के किसी सदस्य का आधार नंबर नहीं होने अथवा दूसरे दस्तावेज नहीं होने पर अधिकारियों को भेजकर परिवार का सत्यापन कराया जाएगा। सत्यापन में सब कुछ ठीक पाए जाने पर राशन कार्ड मान्य किया जाएगा।
तो स्वमेव हो जाएगा कार्ड निरस्त
शिविरों में प्रत्येक राशन कार्डधारी को जरूरी दस्तावेज के साथ अनिवार्य रूप से आवेदन करना होगा। आवेदन नहीं किए जाने की सूरत में उन्हें स्वमेव अपात्र मान लिया जाएगा। इसी तरह सत्यापन में नहीं मिलने पर अनुपस्थित रिमार्क लिख दिया जाएगा और कार्ड नवीनीकरण नहीं किया जाएगा।