वाट्सऐप पर जारी जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नम्बर पर इस महामारी से जूझ रहे जरुरत मंद फोन करने लगे। रायपुर बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव, धमतरी समेत आस पास के जिला से लोगों का फोन घनघनाने लगा। मदद करना तो दूर हड़बड़ाते हुए जनप्रतिनिधि थाना पहुंच गए। पुलिस में शिकायत कर दी कि इस तरह से कोर्ई भी अपील उनके द्वारा नहीं की गई है। अब पुलिस यह पता करने में जुट गई है कि आखिर जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नम्बर को वाट्सऐप पर वारयल कर झूठी अपील डाला दिया है। विवेक शुक्ला, सीएसपी दुर्ग ने बताया कि मामले में जनप्रतिनिधियों ने शिकायत की है। उसकी जांच की जा रही है कि इस महामारी के दौर में किसी प्रकार की अफवाह फैलाना अपराध की श्रेणी में आता है। कोरोना जैसी वैश्विक महामरी में लोग गलत जानकारी देकर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे है। ऐसी फर्जी अपील वायरल करने वालों के खिलाफ पुलिस एक्शन लेगी।
Durg police अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने जिले के ग्रामीण सरहदी सीमाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे कोविड गाइडलाइन का पालन कराने की जरुरत है। आवश्यकता पडऩे पर थाना प्रभारी सख्ती बरते। हिदायत दी है कि दूसरे जिला से किसी को प्रवेश न दिया जाए। एएसपी प्रशात कुमार ठाकुर, ग्रामीण एएसपी प्रज्ञा मेश्राम के साथ करीब 150 किलोमीटर तक फ्लैग मार्च किया। नंदिनी, धमधा और बोरी थाना क्षेत्रों में बनाए गए 9 चेक पोस्ट और आस पास के गांव में पहुंच कर फ्लैग मार्च किया। करीब 150 किलोमीटर तक भ्रमण किया। गांव के लोग पुलिस वाहनों के सायरन की आवाज सूनकर इधर उधार भागने लगे। एसपी ने ग्रामीणों से घर पर रहने की अपील की। ग्राम पंचायत के लोगों को घर पर रहने जब माइक के माध्यम से एलाउंस के काफिला देख लोग घर से बाहर निकल पड़े।