आरक्षण की स्थिति को जानने के बाद पार्षद व टिकट के दावदार कलेक्टोरेट सभाकक्ष से निकलते गए। जब आरक्षण शुरू हुआ तब खचाखच भीड़ थी। दुर्ग निगम का आरक्षण सबसे आखिरी में किया गया। नगर निगम में 20 साल से भाजपा काबिज है। वर्ष 2014 के चुनाव में 60 वार्डों में से 25 पर कांग्रेस 22 पर भाजपा के पार्षद चुनाव जीते थे। वहीं 13 वार्डों में निर्दलियों ने कब्जा जमाया था। इस बार लॉटरी निकाल कर किए गए आरक्षण से समीकरण ही बदल गया है। आरक्षण के कारण कांग्रेस के दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा व भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री डॉ.सरोज पांडेय के करीबी नेता भी प्रभावित हुए हैं। जिनमें एमआइसी सदस्य भी शामिल हैं।
देवनरायण चंद्राकर वार्ड-17, शिवेन्द्र परिहार- वार्ड-59, शेखर चंद्रकार वार्ड-10, सोहन जैन वार्ड-32, प्रमोद पाटिल वार्ड-29, गायत्री साहू वार्ड-52, कविता तांडी लार्ड-47, भारती बंजारे वार्ड-3 प्रवी मोहन पिंटू वार्ड-28,
हमीद खोखर वार्ड-41, आशीष दुबे वार्ड-38, डी प्रकाश वार्ड-42 पांच वार्डों का हुआ नए सिरे से आरक्षण, 55 का 2011 की जनगणना के अनुसार
जिला निर्वाचन अधिकारी अंकित आनंद ने लॉटरी निकालने से पहले स्पष्ट किया कि परिसीमन के आधार पर 5 वार्ड का स्वरुप बदला है। इसलिए वार्ड 40,41, 42, 2 व 4 का आरक्षण नए सिरे से किया जा रहा है। वहीं शेष 55 वार्ड का आरक्षण वर्ष 2011 जनगणना के आधार पर किया गया। आरक्षण लाटरी से वार्ड का नंबर लिखी हुई चिट निकालकर किया गया। इसके लिए वर्ष 2004, 2009 और 2014 में के चुनाव में हुए आरक्षण की स्थिति को ध्यान में रखा गया। जो वार्ड आरक्षित थे उन्हें 2019 के चुनाव में शामिल नहीं किया गया।
वार्ड 1 अनारक्षित महिला, वार्ड 2 अनारक्षित, वार्ड 3-अनारक्षित, वार्ड 4 अनारक्षित, वार्ड 5ओबीसी, वार्ड 6 -ओबीसी महिला, वार्ड 7अनारक्षित महिला, वार्ड 8 अनारक्षित, वार्ड 9 अनारक्षित, वार्ड 10 अनारक्षित महिला, वार्ड 11 अजा, वार्ड 12 अनारक्षित, वार्ड 13 ओबीसी, वार्ड 14ओबीसी व वार्ड 15 अनारक्षित महिला।
वार्ड 1 अजजा, वार्ड 2 अनारक्षित महिला, वार्ड 3 अनारक्षित, वार्ड 4 ओबीसी महिला, वार्ड 5 अनारक्षित, वार्ड 6 अजा महिला, वार्ड 7 ओबीसी, वार्ड 8 अनारक्षित, वार्ड 9 अनारक्षित, वार्ड 10 अनारक्षित, वार्ड 11 अनारक्षित महिला, वार्ड 12 अजा, वार्ड 13 अजजा महिला, वार्ड 14 ओबीसी व वार्ड 15 ओबीसी।
वार्ड 1 अनारक्षित, वार्ड 2 अनारक्षित, वार्ड 3 अजा, वार्ड 4 अनुसूचित जनजाति, वार्ड 5 अनारक्षित, वार्ड 6 अनारक्षित, वार्ड 7 ओबीसी, वार्ड 8 ओबीसी, वार्ड 9 ओबीसी महिला, वार्ड 10 अनारक्षित, वार्ड 11 अनारक्षित महिला, वार्ड 12 अनारक्षित महिला, वार्ड 13 अजा महिला, वार्ड 14 ओबीसी व वार्ड 15 अनारक्षित महिला।
वार्ड 1 अजा महिला, वार्ड 2 ओबीसी, वार्ड 3 -ओबीसी, वार्ड 4 अनारक्षित, वार्ड 5 अनारक्षित, वार्ड 6 अजा, वार्ड 7 अनारक्षित महिला, वार्ड 8 अनारक्षित, वार्ड 9 अनारक्षित, वार्ड 10 अनारक्षित, वार्ड 11 अनारक्षित महिला, वार्ड 12 अनारक्षित महिला, वार्ड 13 अजजा, वार्ड 14 ओबीसी, वार्ड 15 ओबीसी महिला, वार्ड 16 ओबीसी, वार्ड 17 अजा, वार्ड 18 अनारक्षित, वार्ड 19 अनारक्षित, वार्ड 20 अजजा महिला, वार्ड 21 अनारक्षित, वार्ड 22 अजा, वार्ड 23 अनारक्षित महिला व वार्ड 24 ओबीसी महिला।
वार्ड 1 ओबीसी, वार्ड 2 अनारक्षित, वार्ड 3 अनारक्षित, वार्ड-4 ओबीसी महिला, वार्ड-5 ओबीसी, वार्ड 6-अजजा महिला, वार्ड 7 -अजजा, वार्ड 8 अनारक्षित महिला, वार्ड 9 -अजा, वार्ड 10 अनारक्षित, वार्ड 11 अनारक्षित महिला, वार्ड 12 अनारक्षित, वार्ड 13 ओबीसी, वार्ड 14 अनारक्षित व वार्ड 15 अनारक्षित महिला।
आरएन वर्मा (वार्ड 26)
राजेश शर्मा (वार्ड 45)
प्रकाश गीते (वार्ड 42)
लीलाधर पाल (वार्ड 46)
राजकुमार वर्मा (वार्ड 33) भाजपा के इन दिग्गज पार्षदों को भी तलाशनी होगी जमीन
दिनेश देवांगन (वार्ड 4)
विजय जलतारे (वार्ड23)
वार्ड के आरक्षण की घोषणा होने के साथ पार्षद व अन्य टिकट के दावेदार चुपचाप निकलते किए। वहीं आरक्षण के कारण कई लोगों की उम्मीद भी बढ़ गई है। उनके चेहरे पर चमक लौट आई है। वे कक्ष से निकलते तो उनके चेहरे पर खुशी झलक रही थी।