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Video: 12 साल के सूखे का रिकार्ड टूटा, भिलाई की सबसे पॉश कॉलोनी इस्पात नगर में गंभीर जल संकट, 500 घरों के बोर सूखे

locationदुर्गPublished: Apr 15, 2019 04:04:58 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

वार्ड 60 के 501 घरों में पानी को लेकर त्राही-त्राही मची हुई है। ड्राई जोन में तब्दील हो चुके इलाके के बोरवेल्स ने भी जवाब दे दिया है।

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12 साल के सूखे का रिकार्ड टूटा, भिलाई की सबसे पॉश कॉलोनी इस्पात नगर में गंभीर जल संकट, 500 घरों के बोर सूखे

भिलाई. मिनी इंडिया की पॉश कॉलोनियां गंभीर जल संकट और सूखे का सामना कर रही हैं। गर्मी की अभी शुरुआत है और शहर के पॉश कॉलोनी में से एक इस्पात नगर में सूखे का 12 साल पुराना रिकॉर्ड अभी से टूट गया है। पानी की भीषण किल्लत ऐसी है कि लोगों के पास बर्तन धोने तक के लिए पानी नहीं है। मजबूरी में दोना-पत्तल में खाना खाकर काम चला रहे हैं।
वार्ड 60 के 501 घरों में पानी को लेकर त्राही-त्राही मची हुई है। ड्राई जोन में तब्दील हो चुके इलाके के बोरवेल्स ने भी जवाब दे दिया है। पिछले 10 दिनों से पानी की एक-एक बूंद के लिए लोग तरस गए हैं। पॉश कॉलोनी होने के कारण न तो निगम के अमले ने इधर रूख किया है और न ही वार्ड पार्षद के पास फुर्सत। पानी की समस्या लेकर निगम पहुंचने वाले लोगों को अधिकारी नल कनेक्शन का हवाला देकर रूकसत कर रहे।
12 साल बाद सूखे घरों के बोरवेल्स

इस्पात नगर में लगभग 80 फीसदी घरों के बोरवेल्स गर्मी की शुरुआत में ही सूख गए हैं। 300 फीट गहराई वाले बोरवेल्स से भी पानी की एक बूंद तक नहीं निकल रही है। इस्पात नगर के सड़क 31 में रहने वाले पटेल, सार्वा और साहू परिवार ने बताया कि लगभग 12 साल बाद सूखे को लेकर ये स्थिति बनी है। कॉलोनी में किसी भी घर का बोरवेल नहीं चल रहा है। पहले पानी को लेकर ऐसी स्थिति नहीं बनी इसलिए किसी ने नल कनेक्शन भी नहीं लिया। इस साल पानी की एक-एक बूंद के लिए मोहताज हो गए हैं।
टैंकर के लिए फोन किया तो पार्षद देते रह गए सिर्फ आश्वासन

सूखे की मार झेल रहे इस्पात नगर के लोगों को निगम पार्षद भी राहत नहीं पहुंचा पा रहे हैं। सड़क ३० में रहने वाली लक्ष्मी ने बताया कि पार्षद चुम्मन देशमुख को पानी के टैंकर के लिए फोन किया तो वो सिर्फ आश्वासन देते रह गए। पानी का टैंकर भिजवाता हूं, बोलकर फोन काटा पर पानी का टैंकर आज तक कॉलोनी में नहीं पहुंचा। यही हाल वीआईपी नगर, आशीष नगर, प्रगति नगर, लक्ष्मी नगर का भी है।
कागजों के पेंच में उलझा नल कनेक्शन, एक महीने का इंतजार

गंभीर जल संकट और सूखे से जूझ रहे लोगों को राहत देने की बजाय निगम नल कनेक्शन को कागजों में उलझाकर मुंह फेर रहा है। निगम के रिसाली जोन कार्यालय में हर दिन पॉश कॉलोनी से लोग नल कनेक्शन लेने पहुंच रहे हैं। कागजी प्रक्रिया ऐसी है कि चाहकर भी उन्हें कनेक्शन नहीं मिल रहा है। आवेदन भरने के बाद भी नल कनेक्शन जोडऩे की प्रक्रिया में एक महीने का वक्त लगने का हवाला दिया जा रहा है। ऐसे में पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों को त्वरित राहत देने के उपाय करने की बजाय निगम सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है।
एक बोर की वजह से पूरी कॉलोनी प्यासी
लोगों ने बताया कि इस्पात नगर के करीब रिसाली सेक्टर मकान नं.-8 के पास 500 फीट गहरा बोरवेल है। निगम यहां से रोज 35-40 टैंकरों में पानी भरकर विभिन्न क्षेत्रों में सप्लाई कर रहा है। दो से ढाई इंच पानी लगातार निकालने से इस्पात नगर के सभी बोर सूख गए हैं। जबकि नगर निगम जोन कार्यालय में 32 लाख लीटर क्षमता वाली पानी टंकी से टैंकरों को भरकर क्षेत्र में पानी पहुंचाई जा सकती है।
लोगों ने बताया कि पूर्व में मैत्रीकुंज और प्रगति नगर में ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई थी। वहां भी ऐसे ही एक बोर से लगातार दोहन के कारण दोनों कॉलोनियों के बोर सूख गए थे। तब बोर को बंद कर दिया और कॉलोनियों में घरों के बोर में अपने आप जलस्तर बढ़ गया। इस्पात नगर के लोग निगम प्रशासन की उदासीनता के विरोध में १६ अप्रैल मंगलवार को एकजुट होकर रैली के रूप में रिसाली जोन कार्यालय में जाकर विरोध जताएंगे।
जानिए किसने क्या कहा

वार्ड 60 के पार्षद चुम्मन देशमुख ने कहा कि इस्पात नगर में जल संकट गहराता जा रहा है। पहले तालाबों को भरवाने की कोशिश में जुटा हूं ताकि थोड़ा वाटर लेवर ऊपर उठ जाए। पूरा एरिया ड्राई जोन में तब्दील हो गया है। टैंकर्स से पानी भिजवाने की कोशिश की जा रही है ।
रिसाली जोन कमिश्नर डीके वर्मा ने कहा कि नल कनेक्शन लेने के लिए सारे कागज देने पड़ेगे तभी कनेक्शन मिलेगा। इसमें 15 दिन से एक महीने तक का वक्त लगेगा। किसी के भी फोन पर टैंकर नहीं भेज सकते । जहां जरूरत है वहां टैंकर भेजा जा रहा है। फिलहाल वहां लोग नल कनेक्शन लें यही समाधान है।

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