इन 10 बातों का रखें ध्यान, खुद की कर पाएंगी सुरक्षा
1. घर से निकलने से पहले अपना फोन फुल चार्ज करके ही निकलें और अपने फोन का जीपीएस सिस्टम हमेशा ऑन रखें ताकि अगर आपने कोई सुरक्षा ऐप डाउनलोड किया हुआ हो, तो वह जरूरत पड़ने पर आपकी मदद कर सकें।
2. कई बार हम घर जल्दी पहुंचने के चक्कर में शॉर्टकट रास्ता ले लेते हैं। हमें लगता है कि कल भी तो उसी रास्ते से गई थी तब तो सब ठीक रहा, लेकिन इस बात की गारंटी नहीं है कि आज भी सब कुछ सही होगा। अपनी सुरक्षा अपने हाथ होती है। इसलिए किसी भी सुनसान रास्ते और छोटे रास्ते से जाने के बजाए मेन रोड का प्रयोग करें, जहां चलता हुआ ट्रैफिक आपको मिले।
3. ऑटो या कैब में बैठने से पहले अपने मोबाइल फोन से गाड़ी की नंबर प्लेट की फोटो खींच लें और अपने किसी परिचित को भेज दें। ऑटो कोड और उसका नंबर याद रखने की कोशिश करें।
4. जब आप कैब या ऑटो में ड्राइवर के साथ अकेली हों तो अपने भाई-बहन, पति या दोस्त को कॉल करके आपके घर लौटने के समय बारे में जरूर बता दें, ताकि थोड़ी भी देर होने पर वो आपसे संपर्क कर सके।
5. अगर ड्राइवर गलत रास्ते पर ले जा रहा है तो उसे टोकें। अगर फिर भी बात ना माने तो अपने दुपट्टे को उसके गले में फंसा दें और चिल्लाएं ताकि मदद मिल सके।
6. वैसे तो हादसे या अनहोनी कह कर नहीं आते लेकिन उन महिलाओं पर किसी भी तरह के अटैक ज्यादा होते हैं जिनकी बॉडी लैंग्वेज में कॉन्फिडेंस की कमी नजर आती है। बॉडी लैंग्वेज से कॉन्फिडेंस झलकना चाहिए, क्योंकि अपराधी प्रवृत्ति के लोग उन महिलाओं को ज्यादा परेशान करते हैं, जो कॉन्फिडेंट नहीं होती हैं। ऐसे में जब भी आप सड़क पर चले एक सिपाही की तरह चलें ना की किसी छुईमुई डरी सहमी लड़की की तरह।
7. रात में देर हो गई है और लग रहा है कोई पीछा कर रहा है, तो रास्ते में कोई हॉस्पिटल, एटीएम या कोई दुकान जो भी पड़े उसी में अंदर चली जाएं और वहां से मदद लेकर ही आगे बढ़े।
8. अगर आपको लगता है कि आप पर हमला हो सकता है तो चीखें और खुद को बचाने के लिए वहां से भागने की पूरी कोशिश करें। आपके पास जो भी हो उसका इस्तेमाल हथियार की तरह करें। हमला करने वाले की आंखों में अपनी उंगलियों से वार करें। अगर हमला करने वाला बिल्कुल आपके सामने खड़ा है तो एक ज़ोरदार लात उसके प्राइवेट पार्ट पर मारें।
9. पुलिस और अपने परिवार का नंबर हमेशा स्पीड डायल पर रखें, ताकि फंसते ही सबसे पहले आप वह नंबर डायल कर सकें। सेल्फ डिफेंस के तरीके अपनाएं। फोन में मौजूद सेफ्टी ऐप का इस्तेमाल करें।
10. आपको अगर इमरजेंसी नंबर्स के बारे में नहीं पता तो जरूर जान लें। वुमन हेल्पलाइन नंबर भी अपने फोन में रखें। भारत में नेशनल इमरजेंसी नंबर- 112, पुलिस- 100, वुमन हेल्पलाइन नंबर- 1091 को फोन में सेव कर सकती हैं।