आईसीसी ने टेस्ट क्रिकेट को रोमांचक बनाने और इसके अस्तित्व को जीवित रखने के लिए साल 2012 में डे-नाइट टेस्ट की मंजूरी दी थी। लेकिन टीम इंडिया एक लंबे अरसे बाद गुलाबी गेंद से खेलने के लिए आज ईडन गार्डन पर उतरेगी।
आइए जानते हैं डे-नाइट टेस्ट मैचों से जुड़ी हुई दस बड़ी बातें
1. डे नाइट टेस्ट में भी एक दिन में 90 में ओवर का खेल होगा। वहीं मौसम और रौशनी के कारण खेल प्रभावित होने की वजह से मैच कम ओवर का भी हो सकता है, लेकिन यह पूरी तरह से अंपायर के निर्णय पर निर्भर करेगा।
2. डे-नाइट टेस्ट में रौशनी की समस्या तो नहीं होगी, लेकिन खराब मौसम अगर खेल को प्रभावित करेगा, तो कम ओवर का खेल होगा।
3. हर दिन का खेल तीन सेशन में खेला जाएगा। मैच का पहला सेशन दिन की शुरुआत से लंच तक चलेगा। वहीं दूसरा लंच से टी ब्रेक तक और तीसरा सत्र टी से स्टंपस तक।
4. मैच के दौरान टीम को पहला ब्रेक 40 मिनट का मिलेगा, जो शाम तीन बजे से 3:40 तक चलेगा और दूसरा 5:40 से शाम छह बजे तक 20 मिनट का रहेगा।
5. डे-नाइट टेेस्ट मैच की महत्व को देखते हुए इसमें बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना समेत भारत के भी कई बड़े नेता शिरकत करेंगे।
6. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना इस ऐतिहासिक मैच का उद्धाटन घंटी बाजकर करेंगी।
7. पहला इंटरनेशनल डे-नाइट टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था। अब तक 11 डे-नाइट मैच हुए हैं और इन सभी में मैच के परिणाम निकले हैं।
8. एडिलेड में खेले गए पहेल डे-नाइट टेस्ट में मैच की पहली गेंद का सामना न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज मार्टिन गप्टिल ने किया था।
9. डे-नाइट टेस्ट मैच की पहली पहला ओवर का का गौरव ऑस्ट्रेलियाई टीम की तेज गेंदबाज मिचेल स्टॉर्क को मिला। स्टार्क ने गुलाबी गेंद से पहली गेंद फेंकी थी।
10. पिंक बॉल से खेलते हुए बतौर कप्तान पहली फिफ्टी जमाने का रिकॉर्ड दर्ज हुआ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ के नाम। जिन्होंने 53 रन बनाए।