2.इसके सेवन के लिए शंखपुष्पी की जड, तना, फल, फूल व पत्ते में से किसी भी एक चीज को लेकर पाउडर बना लें। अब रोजाना एक चम्मच इस चूर्ण में एक चम्मच पिसी मिश्री को मिलाकर खाने से मानसिक स्थिति ठीक होती है।
3.शंखपुष्पी के उपयोग से मानसिक बीमारी समेत तनाव से भी राहत मिलता है। इसके सेवन के लिए एक चम्मच शंखपुष्पी के चूर्ण को एक चौथाई चम्मच मोती भस्म व प्रवल पिष्टी के साथ मिलाकर सेवन करें। इससे डिप्रेशन की दिक्कत दूर हो जाएगी।
4.अगर किसी को माइग्रेन की समस्या है व सिर में हमेशा दर्द बना रहता है तो इससे छुटकारा पाने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट दो चम्मच शंखपुष्पी के सिरप को एक गिलास नॉर्मल पानी के साथ मिलाकर पिएं। ऐसा करीब एक सप्ताह तक करते रहने से राहत मिलेगी।
6.कई लोगों को भूख न लगने की दिक्क्त होती है। इसे ठीक करने के लिए रोजाना खान खाने के बाद एक चम्म्च शंखपुष्पी का सिरप पिएं। ये प्रक्रिया आप दिन में दो बार करें। ध्यान रखें कि इसका सेवन करने के करीब एक घंटे तक कुछ और खाए—पिएं नहीं। ऐसा करने से आपकी पाचन क्रिया दुरुस्त हो जाएगी और भूख खुल जाएगी।
7.शंखपुष्पी का फूल माइंड को रिलैक्स करने के साथ शरीर के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को एनर्जी देते है। इसे रोजाना रात को सोने से पहले लेने मोटापा भी कम होता है। क्योंकि ये मेटाबॉलिज्म को एक्टिव करके खाने को सही से पचाने में मदद करता है।
8.अगर किसी महिला के गर्भ ठहरने में दिक्कत हो रही है और बार-बार गर्भपात हो जाता है तो उनके लिए भी शंखपुष्पी लाभकारी है। इसके सेवन के लिए 1.5 ग्राम शंखपुष्पी के चूर्ण में इतनी ही मात्रा में अश्वगंधा पाउडर मिलाकर रोजाना खाएं। ये प्रक्रिया आपको तीन महीने तक लगातार करनी होगी। ऐसा करने से गर्भपात नहीं होगा।
9.शंखपुष्पी के फूल को पीसकर निकालें गए रस में चुटकी-भर केसर मिलाकर लेने से रंगत में निखार आता है। इससे त्वचा की सिकुड़न दूर होती है। साथ ही स्किन चमकदार और साफ बनती है।
10.शंखपुष्पी को रोजाना एक गिलास पानी के साथ लेने पर हाई ब्ल्ड प्रेशर की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। ये रक्त संचार को ठीक कर दिल को ठीक तरीके से काम करने में मदद करता है। इसके उपयोग के लिए 250 ग्राम शंखपुष्पी पाउडर और 150 ग्राम जटामांसी बूटी के पाउडर को मिलाकर एक चूर्ण तैयार कर लें। अब रोजाना इसकी 3 से 5 ग्राम मात्रा लेने से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहेगा।