गुड फ्राइडे : प्रभु यीशु की याद में काले कपड़े पहनकर किया जाता है ये काम, जानें इससे जुड़ी 10 बातें 1.ईसाई समुदाय के लोग ईस्टर का पर्व भी क्रिस्मस की तरह धूमधाम से मनाते हैं। क्योंकि इसी दिन प्रभु यीशु ने जनहित की भलाई के लिए धरती पर दोबारा जन्म लिया था।
2.लोग इस दिन का जश्न मनाने के लिए एक-दूसरे को तोहफे देते हैं। मजेदार बात यह है कि वे गिफ्ट में अंडे जरूर देते हैं। 3.ईसाई समुदाय के लोगों का मानना है कि
अंडा जीवन का प्रतीक होता है। जिस तरह से अंडे से एक जीव का जन्म होता है। वैसे ही आज के दिन ईसा मसीह का भी जन्म हुआ था।
4.ईस्टर के पर्व में लोग खुशियां मनाते हैं। इसलिए वे एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाते हैं। साथ ही कैंडल जलाकर प्रभु यीशु का शुक्रिया अदा करते हैं। 5.आज के दिन चर्चों में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाता है। इसमें घंटे बजाकर लोग प्रभु यीशु को याद करते हैं।
रविवार को पानी पीते समय गिलास में डाल लें चांदी की ये चीज, सूर्य देव होंगे प्रसन्न 6.ईस्टर के दिन बाइबल पढ़ने और ईसा मसीह की सीख का पालन करने से व्यक्ति की सारी तकलीफें दूर होती है।
7.ईसाई धर्म ग्रंथों के अनुसार गुड फ्राइडे के दिन प्रभु यीशु को सूली पर लटकाया गया था। इसके तीन दिन बाद उन्होंने आज के दिन दोबारा जन्म लिया था। वे करीब 40 दिनों तक धरती पर रहे थे।
8.ईसा मसीह ने इन 40 दिनों में लोगों को जन कल्याण के लिए प्रेरित किया था। बाद में स्वर्ग लौट गए थे। उनके इन्हीं उपदेशों को याद करते हुए ईस्टर का जश्न करीब 50 दिनों तक मनाया जाता है।
9.ईस्टर के दिन ईसाई समुदाय के लोग उपवास भी रखते हैं। इससे उन्हें मन की शांति मिलती है।