1.दूसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ लेने से पहले नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर पहुँचकर भगवान विश्वनाथ से राष्ट्र शांति का आशीर्वाद लिया।
2.काशी विश्वनाथ मंदिर दो हिस्सों में बंटा हुआ है जिसमें दाहिनी तरफ मां भगवती और दूसरी तरफ भगवान शिव विराजमान हैं।
3.काशी विश्वनाथ मंदिर दुनिया के प्रसिद्ध हिन्दू मंदिरों में से एक है और इस मंदिर की मुख्य प्रतिमा को विश्वनाथ नाम दिया गया है जिसका अर्थ ब्रह्माण्ड के शासक होता है।
4.काशी विश्वनाथ मंदिर में दो हिस्सों में बंटे हुए शिवलिंग का खास महत्व होने की वजह से इस मंदिर को मुक्ति का धाम कहा जाता है।
5.जिस वक्त मंदिर में मूर्तियों का श्रृंगार किया जाता है उस वक्त मूर्तियों की दिशा पश्चिम मुखी होती है और यहां एक साथ विराजमान शिव और शक्ति का रूप बहुत ही अद्भुत दिखाई पड़ता है।
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6.मंदिर के गर्भ ग्रह में शिखर पर गुंबद है जिसमें श्री यंत्र स्थापित किया गया है और यह श्री यंत्र तंत्र साधना के लिए बहुत उपयुक्त और प्रमुख स्थान माना जाता है।
7.काशी विश्वनाथ मंदिर के चार प्रमुख द्वार कला द्वार, प्रतिष्ठा द्वार, शांति द्वार और निवृत्ति द्वार तंत्र की दृष्टि से बहुत ही खास है।
8.कहा जाता है कि यह मंदिर एक विशेष स्थान है जहां विराजमान शिव और शक्ति का रूप पूरी दुनिया में कहीं और मौजूद ही नहीं है।
9.काशी विश्वनाथ मंदिर का मुख्य द्वार दक्षिण की तरफ है और बाबा विश्वनाथ का मुख अघोर की तरफ है जिस वजह से कहा जाता है कि इस मंदिर में दर्शन करने से पाप का नाश होता है।
10.लोगों की मान्यता है कि स्वयं भगवान शिव काशी नगरी की रक्षा करते हैं और साथ ही यह भी कहा जाता है कि कलयुग के अंत के समय भी काशी को कोई नुकसान नहीं होगा।