1.भगवान गणेश की यह गोबर से बनी मूर्ति जितनी पुरानी है उतनी ही यहां आने वाले लोगों की मान्यता है। यहां आकर पूजा करने से और नारियल चढ़ाने से भगवान गणेश सभी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
2.गणेश जी की गोबर से बभगवान गोबर गणेनी इस मूर्ति का बेहद ही खूबसूरत श्रृंगार किया हुआ है और गणेश जी कि यह मूर्ति लोगों के आकर्षण का केन्द्र है। 3.गणेश जी के इस रूप में दर्शन करने से हर दुख दूर होता है। उनके दर्शनों से रोगियों का इलाज होता है।
4.मध्यप्रदेश के माहेश्वर में गणेश जी यह प्रतिमा गोबर और मिट्टी से बनी है जहां गणेश जी के बहुत ही भव्य रूप में दर्शन होते हैं। 5.भगवान गणेश की गोबर और मिट्टी से बनी इस मूर्ति को यहां के लोग गोबर गणेश गणपति के नाम से जानते है और गोबर गणेश गणपति के रूप में पूजते हैं।
6.कहा जाता है कि गोबर की पवित्रता इतनी ज्यादा होती है कि उसमें माता लक्ष्मी का वास होता है। यहां के लोगों की गोबर से बनी इस मूर्ति को पूजने की पीछे की मान्यता यह है कि यहां गणेश जी माता लक्ष्मी के साथ दर्शन देते हैं।
उल्टा स्वास्तिक बनाकर फरियाद करते हैं भक्त 7.इस मंदिर में आने वाले भक्त भगवान गणेश के समक्ष उल्टा स्वास्तिक बनाकर उनसे फरियाद करते हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने के बाद यहां दोबारा आकर सीधा स्वास्तिक बनाते हैं।
8.लोगों का मानना है कि यहां पर भभगवान गोबर गणेश अपनी दोनों पत्नियों रिद्धी-सिद्धि के साथ विराजते हैं और भक्तों को दर्शन देते हैं। उनके इस रूप के दर्शन से भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
9.पूरे साल भगवान गोबर गणेश के इस मंदिर में भक्तों का भीड़ रहती है और देशभर से लोग यहां आकर भगवान के दर्शन कर मनोकामनाओं का आशिर्वाद प्राप्त करते हैं। 10.भगवान गणेश जी की इस प्रतिमा के माथे पर लगा मुकुट और गले की माला उनके रूप को और भी ज्यादा सुंदर बना देती है।