अगर आप लंबे समय तक जवां दिखना चाहते हैं तो केमिकल वाले ब्यूटी प्रोडक्ट्स को छोड़ हल्दी वाला पानी पीना शुरू करें। इसमें मौजूद पोटैशियम, फाइबर, कैल्शियम एवं अन्य गुणकारी तत्व स्किन की गंदगी को दूर कर रंगत निखारने में मदद करता है। इसके और भी कई स्वास्थ लाभ हैं।
हल्दी का पानी एक तरह के एंटी बायोटिक का काम करता है। इसे रोजाना सुबह खाली पेट पीने से पेट अच्छे से साफ होता है। इससे खून में मौजूद गंदगी भी दूर होती हैं। जिससे रंगत में निखार आता है। ये कील—मुंहासों को मिटाने एवं बढ़ती उम्र के असर को रोकता है।
इसमें एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं। इसलिए ये घाव को जल्दी भरने का भी काम करता है। इसे सप्ताह में दो से तीन बार पीने से चोट लगने पर ज्यादा खून नहीं बहता है। इससे इंफेक्शन का खतरा भी कम होता है।
हल्दी के पानी में करक्यूमिन नामक तत्व होता है, जो जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों के सूजन को दूर करता है। इसे पीने से हड्डियां भी मजबूत होती है।
हल्दी का पानी पाचन तंत्र के लिए बहुत उपयोगी होता है। यदि आपने कभी ज्यादा खाना खा लिया हो और उठने—बैठने में परेशानी हो रही है तो खाना खाने के एक घंटे बाद एक गिलास पानी में एक चौथाई चम्मच हल्दी घोलकर पी लें। इससे खाना जल्दी पच जाएगा।
यदि किसी व्यक्ति को दिल के तेज धड़कने, सांस फूलने एवं हार्ट अटैक की समस्या है तो ऐसे लोगों को भी हल्दी का पानी पीना चाहिए। इसमें मौजूद पोषक तत्व दिल के पास ब्लॉक हुई नसों को खोलता है और रक्त प्रवाह ठीक करता है।
हल्दी का पानी मानसिक रोगों को दूर करने में भी बहुत कारगर साबित होता है। इसमें कर्कमिन नामक तत्व होता है, जो ब्रेन-डिराइव्ड न्यूरोट्रॉफिक फैक्टर को उत्पन्न कर दिमागी बीमारी को ठीक करता है। इसके नियमित सेवन से व्यक्ति की याददाश्त भी तेज होती है।
हल्दी के पानी में प्रचुर मात्रा में एंटी आॅक्सिटेंड तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर से बचाने में मदद करते हैं। ये बॉडी को डिटॉक्स कर मृत एवं संक्रामक कोशिकाओं को बाहर निकालता है।
हल्दी का पानी एक रक्तशोधक की तरह काम करता है। इसे नियमित तौर से पीने पर कभी भी रैशेज, दाने एवं अन्स स्किन की बीमारियां नहीं होती है। इससे धमनियों में खून के ब्लॉकेज भी दूर होते हैं।
लीवर को स्वस्थ रखने के लिए भी हल्दी का पानी बहुत उपयोगी है। ये शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। साथ ही लीवर के पास जमा हुए फैट को भी काटता है।