1.सबसे पहले तो ध्यान रखने योग्य बात है कि पूजा का स्थान कभी भी बेड रूम में नहीं होना चाहिए। बेड रूम में पूजा स्थान होना शास्त्रों में अशुभ बताया गया है। 2.नियमित रूप से पूजा स्थल की साफ सफाई, पूजा में इस्तेमाल होने वाले बर्तनों की साफ-सफाई बहुत आवश्यक होती है। अन्यथा समस्याएं हावी होती हैं।
3.पूजा के स्थान पर साफ-सफाई करने के लिए झाड़ु और अन्य चीजें घर के अन्य स्थान पर इस्तेमाल नहीं होनी चाहिए। इन्हे केवल पूजा स्थल पर ही इस्तेमाल करना चाहिए। 4.पूजा स्थल की दीवारों का रंग भी बहुत ज्यादा गहरा नहीं होना चाहिए। हल्के रंगों का इस्तेमाल करना उचित रहता है।
5.पूजा स्थल के पास अपनी तिजोरी या अलमारी रखें इससे हमेशा भगवान की कृपा बनी रहती है और पैसों की कमी नहीं झेलनी पड़ती है। 6.पूजा के स्थान पर दीवारों के रंग के अलावा फर्श का कलर भी हल्के रंग में ही होना चाहिए। हल्के रंग का इस्तेमाल सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है।
7.पूजा स्थान पर सभी देवी- देवताओं के चित्र आशीर्वाद मुद्रा में होने चाहिए। आशीर्वाद मुद्रा वाली तस्वीर शुभ मानी जाती है और इसका जीवन में सकारात्मक प्रभाव रहता है। 8.पूजा का स्थान अव्यवस्थित नहीं होना चाहिए। पूजा स्थल की प्रत्येक वस्तु तरीके से रखी होना चाहिए अन्यथा नकारात्मक दोष उत्पन्न होते हैं।
9.पूजा स्थल की ठीक व्यवस्था होने के कारण कभी भी समस्याएं उत्पन्न नहीं होती है और घर में नकारात्मकता का प्रवेश नहीं हो पाता। 10.पूजा स्थल को अधिक लाभकारी बनाने के लिए वास्तु के अनुसार मंदिर को तैयार करना चाहिए। मंदिर की दिशा का भी ध्यान रखना जरूरी होता है।