दस का दम

इस मंदिर में शिवलिंग पर भक्त चढ़ाते हैं झाड़ू, इस तरह की मनोकामनाएं होती हैं पूरी

शायद आप भी इस तरह के किसी मंदिर के बारे में पहली बार सुन रहे होंगे।

Dec 17, 2018 / 11:24 am

नितिन शर्मा

नई दिल्ली। यूं तो आपने भगवान के अनेक मंदिर देखें होंगे व उनके विभिन्न रूपों में दर्शन भी किए होंगे लेकिन क्या आपको मालूम है कि हिन्दुस्तान में भगवान शंकर का ऐसा मंदिर भी है जहां लोग भगवान शिव की अराधना करने के बाद उन्हे झाड़ू चढ़ाते हैं। शायद आप भी इस तरह के किसी मंदिर के बारे में पहली बार सुन रहे होंगे। लेकिन आपको बता दें कि यह कोई नया मंदिर नहीं है बल्कि बहुत ही प्राचीन शिव मंदिर है और यहां पर आने वाले लोगों की कतारें इस मंदिर की विश्वसनीयता का व्याख्यान करती है।
1.मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में शिवलिंग पर झाड़ु चढ़ाने वाले भक्त की भगवान शंकर हर कामना पूरी करते हैं और उसे कई वरदान देते हैं।

2.एक अन्य मान्यता है कि यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है और करीब 150 साल पुराना है जिसका नाम प्राचीन पतालेश्वर शिव मंदिर है।
3.यह मंदिर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद स्थित बीजाहोई गांव में है जहां पर आने वाले भक्तों की लंबी-लंबी कतारें बताती हैं कि इस मंदिर की भक्तों के प्रति बहुत गहरी आस्था है।

4.इस मंदिर में झाड़ू चढ़ाने की प्रथा बहुत ही पुरानी है और यहां पर सैकड़ों लोभ दर्शन करने के लिए भी आते हैं।
5.इस मंदिर में झाड़ु चढ़ाने से जुड़ी एक प्राचीन कथा है जिसके परिणाम स्वरूप यहां पर लोग झाड़ू चढ़ाते हैं।

6.लोगों का मानना है कि जिस व्यक्ति को त्वचा संबंधी रोग हों ऐसे व्यक्ति द्वारा यहां झाड़ू चढ़ाने से उसके त्वचा रोग खत्म होते हैं।
7.इस मंदिर में झाड़ू चढ़ाने के पीछे जो कहानी बताई जाती है उसमें कहा गया है कि इस गांव का एक व्यापारी जिसे बहुत गंभीर त्वचा रोग था।

8.वह अपनी बीमारी का इलाज कराने जा रहा था तो रास्ते में बहुत तेज़ प्यास लगी तो इस मंदिर में पानी पीने के लिए चला गया।
9.मंदिर में घुसते ही वहां झाड़ू लगा रहे एक पुजारी से वह टकराया और देखते ही देखते उसका त्वचा रोग खत्म हो गया।

10.जिसके बाद उस व्यापारी ने यहां भगवान शंकर के मंदिर का निर्माण कराया और उसके बाद से ही यहां पर त्वचा रोगों से निजात पाने के लिए झाड़ू चढ़ाने की मान्यता है।

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