1.शुगर के मरीजों को राहत पहुंचाने के मकसद से उत्तर प्रदेश में जामुनी आम उगाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और खबर तेजी से वायरल हो रही हैं। मिश्री के साथ खा लें इस जड़ी बूटी का चूर्ण, दूर हो जाएगी कमजोरी
2.बताया जाता है कि इस जामुनी आम को उगाने में पिछले 10 सालों की मेहनत शामिल है। इसके लिए जामुन और आम के पौधों को मिलाकर एक नई किस्म तैयार की है। 3.यह फल देखने में आम की तरह है। जबकि इसका रंग हल्का बैंगनी है। खाने में भी ये दोनों फलों के मिश्रण की तरह ही लगता है।
4.स्थानीय भाषा में इसे जामुनी आम कहते हैं। जबकि इसका असली नाम पामर आम है। ये किस्म अमेरिका के फ्लोरिडा में विकसित की गई थी। 5.इसका सबसे पहला पेड़ 1925 में मियामी में लगाया गया था। जामुनी आमों के बारे में इंरनेट पर खबर साल 2001 से चर्चाओं में आई थी।
6.ये जामुनी आम ब्राजील में भी बड़ी संख्या में उगाए जाते हैं। ब्राजील की एक नर्सरी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार ये आम टॉमी एटकिन्स किस्म का है। 7.जामुनी आम में एंटी आक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसे खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।
8.जामुनी आम खाने से स्किन की बीमारियां दूर होती हैं। क्योंकि ये खून को साफ करने में मदद करता है। 9.जिन लोगों के खून में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है उन्हें भी यह आम खाना चाहिए। ये डायबिटीज के रोग को कम करने में मदद करता है।
10.जामुनी आम खाने से मोटापा भी नियंत्रित होता है। क्योंकि इसमें कैलोरी कम होती है। साथ ही ये मेटाबॉलिज्म को एक्टिव करता है।