1.कैंसर और अन्य घातक बीमारियों के लिए काफल बहुत उपयोगी साबित होता है। ये एक तरह का पहाड़ी फल है। जो कि देखने में लीची जैसा लगता है। 2.इसमें माइरिकेटिन, मैरिकिट्रिन और ग्लाइकोसाइड्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा इसकी पत्तियों में फ्लावेन -4′-हाइड्रोक्सी-3 तत्व पाया जाता है। जो बॉडी को हील करने का काम करता है।
3.काफल के नियमित सेवन से कैंसर को बढ़ावा देने वाले बैक्टीरिया खत्म होते हैं। इसके अलावा सप्ताह में दो से तीन दिन काफल की पत्तियों का रस पीने से भी लाभ होता है। 4.काफल में प्रचुर मात्रा में एंटी आॅक्सिटेंड तत्व होते हैं, इसके सेवन से पेट की दिक्कतों से राहत मिलेगी। इसके फल का रोजाना एक गिलास जूस पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होगी। जिससे पेट के संक्रमण एवं अन्य बीमारियों से बचाव होगा।
5.अगर किसी को खट्टी डकारे आ रही हो व एसिडिटी लग रही हो तो काफल मुंह में रखकर चूसें। इससे निकलने वाले एन्जाइम शरीर को बूस्ट करने में मदद करेंगे। 6.अगर किसी को माइग्रेन की बीमारी है या सिर दर्द हो रहा हो तो काफल खाने से फायदा होता है। ये बॉडी के तापमान को नियंत्रित करके दिमाग को शांत करने में मदद करता है।
7.अगर किसी की नाक बंद है या आंखों में जलन हो रही हो तो काफल के पेड़ की छाल को सूंघने से राहत मिलती है। इससे दर्द और नाक की ब्लॉकेज चुटकियों में ठीक हो जाएगी।
8.जिन लोगों के गले में खराश की समस्या हो उन्हें काफल के छाल के चूर्ण को एक चम्मच शहद में मिलाकर चाटना चाहिए। इससे सूखी खांसी और सर्दी-जुकाम में आराम मिलेगा। 9.अगर किसी के कान में दर्द हो तो काफल के फूल से बने तेल की दो बूंदे डालने से इसमें आराम मिलता है। इससे सुनने की क्षमता भी बढ़ती है।
10.ये लकवा की बीमारी को ठीक करने में भी मदद करता है। रोजाना इसके सेवन से शरीर की क्षमता बढ़ती है। साथ ही बॉडी तंदुरुस्त होती है।