1.करवाचौथ के दिन सुहागिन स्त्रियों को पूजा से पहले भूलकर भी दूसरों को दूध, दही, चावल या उजला वस्त्र आदि नहीं देना चाहिए। क्योंकि इससे चंद्रमा का नकारात्मक प्रभाव आप पर पड़ सकता है। इससे आपका मन अशांत रह सकता है।
2.करवाचौथ के दिन महिलाओं को काले या भूरे रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। क्योंकि ये गहरे रंग नकारात्मकता के प्रतीक होते हैं। हिंदू धर्म के अनुसार इन कपड़ों को पहनकर पूजा करने से शुभ फल नहीं मिलता है।
3.करवाचौथ के दिन चढ़ाई गई सुहाग की सामग्रियों को भूलकर भी इधर-उधर न फेंके, इससे दुर्भाग्य आ सकता है। अगर चूड़ियां टूट जाएं तो इसे भी कचरे में न डाले, बल्कि इन्हें किसी वृक्ष की जड़ में व नदी में प्रवाहित करें।
4.करवाचौथ के दिन सिलाई, कढ़ाई, कटाई व छटाई आदि का काम बिल्कुल भी न करें। माना जाता है कि इस दिन कैंची का प्रयोग करने से जिंदगी में भी उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। 5.पूरे दिन भूखे-प्यासे रहने की वजह से अक्सर महिलाओं को नींद आने लगती है मगर करवाचौथ के व्रत वाले दिन सोना नहीं चाहिए। इससे घर में दरिद्रता आती है।
6.इस दिन मांसहारी भोजन एवं प्याज-लहसुन नहीं खाना चाहिए। क्योंकि ये सभी तामसिक भोजन माने जाते हैं, इनकी प्रवृत्ति गर्म होती है। जबकि करवाचौथ का व्रत बहुत पावन माना जाता है। इससिलए इस दिन शुद्धता का ध्यान रखना ज्यादा जरूरी है।
7.पति की लंबी आयु के लिए करवा माता के आशीर्वाद के साथ बड़े-बुजुर्गों का अशीष मिलना भी बहुत जरूरी होता है। इसलिए भूलकर भी इनका अपमान नही करना चाहिए और न ही इन्हें अपशब्द कहने चाहिए। ऐसा करने से आपको जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
8.करवाचौथ का व्रत पति के लिए रखा जाता है, इसलिए कभी भी अपने मन में दूसरे पुरुष का गलत ख्याल अपने मन में न लाएं। क्योंकि ऐसा होने से आपके वैवाहिक जीवन में दरार आ सकती है, साथ ही भगवान नाराज हो सकते हैं।
9.करवाचौथ के दिन अगर कोई गरीब या ब्राम्हण आपसे कुछ मांगने आएं तो उसे खाली हाथ न भेजें। ऐसा करने से दुर्भाग्य आ सकता है। 10.इस दिन कभी भी दूसरों को सफेद कपड़ों का दान न दें, इससे चंद्रमा का सकारात्मक फल दूसरों को मिलेगा। जबकि आपको पूजा का पूरा फल नहीं मिलेगा।