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दस का दम

इस दिन किए पूजन से मिलेगा दिवाली से भी ज्यादा फल, जानें गजलक्ष्मी व्रत की विधि

गजलक्ष्मी व्रत के दिन सोना खरीदने से इसमें वृद्धि होती है साथ ही घर में सुख-समृद्धि आती है

नई दिल्लीOct 01, 2018 / 03:03 pm

Soma Roy

gajlaxmi vrat

इस दिन किए पूजन से मिलेगा दिवाली से भी ज्यादा फल, जानें गजलक्ष्मी व्रत की विधि

नई दिल्ली। वैसे तो धन की देवी लक्ष्मी की आराधना दीपावली को होती है, लेकिन श्राद्ध पक्ष के अष्टमी को पड़ने वाले गजलक्ष्मी व्रत में भी देवी की पूजा की जाती है। इस दिन किए गए उनके पूजन का फल दिवाली से भी ज्यादा मिलता है। तो क्या है व्रत की विधि और इसका महत्व आइए जानते हैं।
1.यूं तो पितृ पक्ष के 15 दिनों को शुभ कार्यों के लिए अच्छा नहीं माना जाता है, लेकिन गजलक्ष्मी व्रत बहुत अच्छा माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी का विधि-विधान से पूजन करने पर घर में सुख-समृद्धि आती है।
2.ये व्रत मां लक्ष्मी की कृपा पाने एवं घर में धन-धान्य बनाए रखने के मकसद से रखा जाता है। कहते हैं कि मां लक्ष्मी चंचल होती हैं, इसलिए उन्हें घर में रोकने के लिए विष्णु भगवान के बताए रास्ते के अनुसार यह व्रत रखा जाता है।
3.पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार एक ब्राम्हण विष्णु भगवान की पूजा किया करता था। उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर उन्होंने ब्राम्हण से वरदान मांगने को कहा। तब उसने मां लक्ष्मी को अपने घर में विराजने की इच्छा जताई। तब विष्णु भगवान ने उसे गजलक्ष्मी व्रत रखने को कहा था।
4.ये व्रत करने के लिए इसका पूजन शाम के समय किया जाता है। देवी मां को स्थापित करने के लिए एक चौकी में लाल सूती कपड़ा बिछाकर उस पर केसर का तिलक लगाना चाहिए। साथ ही थोड़े चावल के दाने छिड़कने चाहिए। इसके बाद ही उस पर मूर्ति रखनी चाहिए।
5.गजलक्ष्मी व्रत में देवी मां की मूर्ति हमेशा दो हाथियों के बीच रखनी चाहिए। चूंकि हाथी को ऐश्वर्य का प्रतीक माना जाता है। इसलिए देवी मां की प्रतिमा को इनके साथ रखने का मतलब है कि घर में ऐश्वर्य की वृद्धि होगी।
6.यदि आप साामथ्र्यवान हैं तो पूजन में चांदी के हाथी रखने से ज्यादा पुण्य मिलता है। आप चाहे तो मिट्टी के भी रख सकते हैं। इस दिन की गई पूजा का महत्व दिवाली से भी ज्यादा होता है, क्योंकि इसमें देवी मां की गज के साथ पूजा की जाती है।
7.गजलक्ष्मी व्रत करते समय पूजन के दौरान देवी की मूर्ति के सामने एक कलश स्थापित करें। कलश के नीच हल्दी से कमल बनाएं। अब इस दिन खरीदा गया नया सोना व हाथी रखें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का घर में आगमन होगा।
8.पूजन के समय माता लक्ष्मी की मूर्ति के सामने एक श्रीयंत्र भी रखें। साथ ही देवी को कमल गट्टे या कमल के फूलों की माला चढ़ाएं। इससे विष्णुप्रिया का आप पर हमेशा आशीर्वाद बना रहेगा।
9.यूं तो पितृ पक्ष पर नई चीजों की खरीदारी एवं कोई शुभ काम करना अच्छा नहीं माना जाता है। मगर इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन सोना खरीदने से ये आठ गुना बढ़ता है।
10.गजलक्ष्मी व्रत में ॐ आद्यलक्ष्म्यै नम:, ॐ विद्यालक्ष्म्यै नम:, ॐ सौभाग्यलक्ष्म्यै नम: और ॐ अमृतलक्ष्म्यै नम: आदि मंत्र का जाप करने से घर में धन की वृद्धि होती है। इससे लोगों का वैवाहिक जीवन भी सुखमय बनता है।

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