शारीरिक संबंध बनाने की बात सुनकर आज भी लोग असहज हो जाते हैं, लेकिन दुनिया में अभी भी कई ऐसे देश हैं जहां संबंध बनाना एक परंपरा है। यहां रिश्ता कायम करने को लेकर ऐसी अजीबो—गरीब नियम हैं जिन पर यकीन करना मुश्किल है। आज हम आपको कुछ ही देशों के बारे में बनाएंगे जहां सहवास से जुड़ी कुछ अजीब परम्पराएं प्रचलित हैं।
भारत से सटे नेपाल के पहाड़ी इलाकों में एक एक ऐसी जनजाति रहती है, जहां भाई—बहन आपस में ही शादी कर लेते हैं। दरअसल ऐसा करने की वजह प्रॉपर्टी का बंटवारा न होने देना है। पहाड़ी जनजाति के मुताबिक इस समुदाय की एक महिला कई भाईयों से शादी करती है। इससे पैसा घर के बाहर नहीं जा पाता है। संबंध स्थापित करने के लिए सभी भाई अपनी बारी तय कर लेते हैं।
संबंध बनाने को लेकर दक्षिण प्रशांत महासागर के मंगिया द्वीप में भी अजीब प्रथा प्रचलित है। इसके तहत 13 साल के लड़के को बड़ी उम्र की महिला के साथ संबंध बनाना होता है। ऐसा इसलिए किया जाता है कि नवयुवक भविष्य में अपने पार्टनर को खुश रखने का तरीका सीख सके।
इंडोनेशिया के बाली द्वीप के माउंट केमुकुस में साल में एक बार अनजान व्यक्ति के साथ सेक्स करने का फेस्टिवल आयोजित किया जाता है। माना जाता है कि इस उत्सव में अजनबी के साथ संबंध बनाने से व्यक्ति खुश रहता है और उसकी मनचाही मुरादें पूरी होती है।
ईरान में भी इसे लेकर अजीब परंपरा है। इसके तहत आप जिस महिला के साथ सेक्स करना चाहते हैं उससे शादी कर लें। हालांकि ये चीज लड़की के राजी होने पर ही संभव होगा। यदि महिला इस बात के लिए इजाजत दे देती है तो लड़के को इसके बदले उसे कुछ रुपए देने होंगे। ऐसा करने पर महिला कुछ दिनों के लिए उसके साथ पत्नी के तौर पर रह सकती है।
आस्ट्रेलिया की एक जनजाति मार्डुडजारा में मर्दानगी हासिल करने के लिए अंतरंग काटने की परंपरा है। इस रस्म में पुरुष अपने लिंग की ऊपरी खाल को निकालकर खाना पड़ता है। इसके बाद जब वो घाव भर जाता है तो एक धारदार हथियार से उसमें चीरा लगाया जाता है।
नाईजीरिया में संबंध बनाने के लिए एक मेले का आयोजन किया जाता है। इसमें पुरुष और महिलाएं खूब तैयार होकर आते हैं। इसके बाद जो जिस किसी के साथ रिश्ता बनाना चाहता है उसे अपने साथ ले जाता है। इसमें पुरुष दूसरे की बीवी को भी ले जा सकते हैं। इस रिवाज का कोई बुरा नहीं मानता है।
दूसरे देशों में संबंध स्थापित करने के लिए एक तय आयु निर्धारित होती है, लेकिन पापुआ न्यू गिनी के ट्रॉब्रिएन्डर्स जनजाति में लड़के 6 से 8 साल की उम्र में ही संबंध बनाने लगते हैं। जबकि यहां की लड़कियां 12 साल की उम्र से ये काम करना शुरू करती हैं।
मिस्त्र में कुछ समुदाय का मानना है कि इस धरती को एटम नाम के भगवान ने बनाया था। उनका मानना है कि मिस्त्र के फरोह भी नील नदी में मास्टरबेट किया करते थे। यहां के पुरुष खुद को संतुष्ट करने एवं मिस्त्र के राजा के अच्छी यौन क्षमता के लिए वे यहां सार्वजानिक तौर यह कार्य करते हैं।
प्राचीन ग्रीस में बायसेक्सुअल और गे लव बहुत ही आम था। यहां एक वयस्क का किशोर लड़के से शारीरिक रिश्ता बनना आम सी बात थी। यहां वयस्क आदमी को इरास्टेस कहा जाता जो अपने ऐरोमेनोस (कम उम्र के युवक) के सुंदरता से प्रेरित होकर उसे शिक्षा, सुरक्षा और प्यार मुहैया कराया करता था।