1.शिव जी को धतूरा बहुत पसंद है। इसलिए महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर इसे चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान निकले विष को पीने से शिव व्याकुल हो गए थे। तब धतूरे से उनकी पीड़ा दूर हुई थी। इसलिए शिव जी को धतूरा बहुत पसंद है।
2.पंडित रवि दुबे के अनुसार जिस तरह विष के प्रभाव को धतूरे ने दूर किया था। उसी तरह इसे शिवलिंग पर चढ़ाने से आपके जीवन में आ रही कठिनाइयां भी आसानी से दूर हो जाएंगी।
3.चूंकि शिव वैरागी हैं, इसलिए उन्हें भस्म चढ़ाना भी अच्छा माना जाता है। वैदिक धर्म ग्रंथों के अनुसार शिव का श्रृंगार भस्म से करने पर भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। इससे भक्त का मन सांसारिक मोह माया से मुक्त होता है।
4.पंडित रवि दुबे के मुताबिक शिव जी का भस्म सुबह स्नान के बाद चढ़ाएं। अगर इसे भोर चार से पांच बजे के बीज चढ़ाया जाए तो ज्यादा शुभ होता है। हालांकि स्त्रियों को शिवलिंग पर भस्म नहीं चढ़ाना चाहिए, क्योंकि इससे अशुभ माना जाता है।
5.महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर काले तिल और जौ चढ़ाना भी फायदेमंद होता है। इससे धन की वृद्धि होती है। 6.शिवलिंग पर काले तिल चढाने से पितृ गढ़ भी प्रसन्न होते हैं। इससे पितृ दोष से छुटकारा मिलता है। नतीजतन व्यक्ति के जीवन में आ रही परेशानियां दूर होती हैं।
7.मान्यता है कि शिव जी के आंसुओं से रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई थी। इसलिए महाशिवरात्रि के पर्व पर शिवलिंग पर रुद्राक्ष या इसकी माला चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। 8.शिव जी को रुद्राक्ष चढ़ाने से घर में शांति का महौल रहता हैं इससे मन की बेचैनी और नकारात्मक भाव से भी छुटकारा मिलता है।
9.महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर तांबे या चांदी का बना त्रिशूल चढ़ाएं। इससे आपको मुसीबतों से छुटकारा मिलेगा। साथ ही आपको सफलता मिलेगी। 10.अगर किसी की कुंडली में कालसर्प दोष है तो उन्हें महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा चढ़ाना चाहिए। पूजन के बाद इन्हें किसी नदी में प्रवाहित कर दें।