scriptमहरौली मर्डर केस : डिप्रेशन के इन 10 कारणों ने एक टीचर से करवा दी पूरे परिवार की हत्या | mehrauli murder case:know how depression turned a teacher as murderer | Patrika News

महरौली मर्डर केस : डिप्रेशन के इन 10 कारणों ने एक टीचर से करवा दी पूरे परिवार की हत्या

Published: Jun 22, 2019 02:09:18 pm

Submitted by:

Soma Roy

mehrauli murder case : दिल्ली के महरौली इलाके में एक टीचर ने शुक्रवार की देर रात अपनी पत्नी समेत 3 बच्चों का कत्ल कर दिया
depression : आरोपी डिप्रेशन का शिकार था, मनोचिकित्सकों के अनुसार ऐसे व्यक्ति पर्सनाल्टी डिसऑर्डर के शिकार हो जाते हैं

mehrauli murder case

महरौली मर्डर केस : डिप्रेशन के इन 10 कारणों ने एक टीचर से करवा दी पूरे परिवार की हत्या

नई दिल्ली। आजकल ज्यादतर लोग तनाव के शिकार हैं। इससे उनकी पूरी दिनचर्या बिगड़ जाती है। मगर टेंशन की ये स्थिति तब खतरनाक बन जाती है जब ये डिप्रेशन की सीमा के पार चली जाती है। ऐसे में व्यक्ति खुद के साथ दूसरों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा ही किस्सा दिल्ली के महरौली इलाके में सामने आया है। जिसमें एक शख्स ने अपनी पत्नी समेत अपने 3 मासूम बच्चों को मौत के घाट उतार दिया। तो आखिर क्या है एक सामान्य इंसान से हत्यारे बनने के पीछे की वजह आइए जानते हैं।
1.मनोचिकित्सक डॉ. पदमेश शुक्ला के मुताबिक डिप्रेशन कई तरह के होते हैं। इसकी शुरुआत सामान्य कामकाज के तनाव से होती है। जो कि बाद में गहराती जाती है। इससे व्यक्ति धीरे-धीरे मानसिक रोगी बन जाता है।
दिल्लीः महरौली में पत्नी और 3 बच्चों की चाकू से गोदकर हत्या, पूछताछ में जुटी पुलिस

2.डिप्रेशन के सामान्य स्तर से ज्यादा बढ़ने पर व्यक्ति के दिमाग में कई तरह की बातें चलने लगती हैं। इससे उसका मस्तिष्क उलझा हुआ बन जाता है। इससे व्यक्ति के सोचने-समझने की क्षमता कम होने लगती है।
3.डिप्रेशन का शिकार व्यक्ति अपनी समस्या को सुलझाने के लिए उसका हल ढूढ़ता है, मगर जब उसे कोई रास्ता नहीं मिलता है तो वो पहले से ज्यादा परेशान हो जाता है। इससे कई बार सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या भी हो जाती है।
4.डिप्रेशन की सबसे ज्यादा खतरनाक स्टेज व्यक्ति के दिमाग का आपराधिक गति की ओर बढ़ना होता है। मनोचिकित्सकों के मुताबिक डिप्रेशन का शिकार व्यक्ति दूसरों से ईर्ष्या करने लगता है। इससे उसमें बदला लेने की भावना बढ़ जाती है।
5.जर्मनी में वकालत करने वाली ब्रिटा बानेनबर्ग के मुताबिक डिप्रेशन के चलते व्यक्ति का दिमाग आपराधियों की तरह काम करने लगता है। ऐसे में पढ़ा-लिखा व्यक्ति भी पूरी तरह से अपनी पर्सनाल्टी को भूल जाता है और वारदात को अंजाम देने से पहले उसकी प्लानिंग करने लगता है।
murder case
6.डिप्रेशन के शिकार मरीज समस्या के हल के लिए उसकी वजह को जड़ से खत्म कर देना चाहते हैं। इसलिए वो मर्डर करने से पहले कोई वीडियो देखते हैं या किताब पढ़ते हैं, जिससे उनके दिमाग में मर्डर का तरीका आता है।
7.मनोचिकित्सकों के अनुसार वारदात को अंजाम देने के लिए ज्यादातर अपराधी रात का समय चुनते हैं। क्योंकि उस वक्त शिकार सो रहा होता है, इससे उन्हें हमला करने में आसानी होती है। चूंकि ये प्रोफेशनल अपराधी नहीं होते हैं इसलिए इन्हें घटना के बाद पछतावा भी होता है।
8. एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी की ओर से हुई रिसर्च में पता चला है कि डिप्रेशन के शिकार व्यक्ति के कातिल बनने में उसका दिमाग बहुत बड़ा रोल प्ले करता है। ऐसे व्यक्तियों का दिमाग जल्द से जल्द मुसीबत से छुटकारा पाने के लिए भागता है। ऐसे में उसे रिश्ते-नातों का भी ख्याल नहीं रहता है। उस वक्त उनका अवचेतन माइंड ज्यादा सक्रिय हो जाता है।
9.रिसर्च के मुताबिक घटना को अंजाम देने के लिए अपराधी अपने शिकार को फंसाने के लिए उसके सामने अच्छा बनने का नाटक करता है। मेडिकल साइंस में इसे पर्सनाल्टी डिसऑर्डर कहते हैं। इस रोग में व्यक्ति अपने मूल स्वभाव से अलग बर्ताव करता है।
10.महरौली में हुए हत्याकांड में डिप्रेशन की वजह सामने आई है। जिसके तहते एक टीचर ने अपने बच्चों और पत्नी की हत्या की है। पुलिस की जांच में आरोपी ने खुद इस बात को कुबूल किया है। हालांकि हत्यारे का सटीक मकसद अभी तक सामने नहीं आया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो