आज कई सारे योगों के मिलने से महायोग बन रहा है। शनिवार को कृष्ण पक्ष का अंतिम दिन है। साथ ही आज हरियाली तीज,शनि अमावस्या और साल का आखिरी सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। हालांकि ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। सभी चीजों के एक साथ पड़ने से 11 अगस्त का दिन बहुत खास हो गया है। इस विशेष मौके पर भगवान को प्रसन्न करने के लिए हम आपको दस खास उपायों के बारे में बताएंगे।
चूंकि सावन के दिनों में शनि अमावस्या पड़ी है इसलिए आज शनि देव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें दो बादाम चढ़ाएं। ये क्रिया आप सुबह व शाम किसी भी समय कर सकते हैं। शनि देव को बादाम अर्पित करने के थोड़ी देर बाद उसे उठाकर अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से शनि देव की हमेशा आप पर कृपा रहेगी और घर धन—धान्य से भरा रहेगा।
घर से दरिद्रता एवं गरीबी को दूर करने के लिए तिजोरी में रखें कुछ नोटों पर चमेली का तेल लगा दें। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होंगे। इससे आपको कभी भी धन की कमी नहीं होगी।
शनिवार की शाम को काले कुत्ते और कौओं को गुलाब जामुन खिलाएं। इसके अलावा भैंस और काले घोड़े का चने खिलाएं। इससे उनकी आत्मा तृप्त होगी। ऐसा करने से आपको पुण्य मिलेगा। साथ ही शनि दोष दूर होगा।
शाम के समय शनि देव को उड़द के पकौड़े, इमरती एवं काले गुलाब जामुन का भोग लगाएं और ब्राम्हण को छतरी, तवा, चिमटा आदि शनि देव से संबंधित चीजों का दान दें। ऐसा करने से आप पर हमेशा शनि देव की कृपा बनी रहेगी।
पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए आज के दिन पीपल के पेड़ पर सात तरह के अनाज चढ़ाएं और पूजन के बाद इन्हें जरूरतमंदों में बांट दें। ये प्रक्रिया शाम को करें। इससे ग्रहण में दान करने का भी पुण्य मिलेगा।
अगर आपका व्यापार नहीं चल रहा है, तो अपने कार्यक्षेत्र में 11 लौंग जलाकर प्रत्येक कोने में धुंआ दिखाएं। ऐसा करने से बिजनेस चलने लगेगा और आर्थिक परेशानियों से भी छुटकारा मिलेगा।
अगर कोई व्यक्ति बीमार है या उसके घर में किसी का स्वास्थ अस्वस्थ है तो आज के दिन भैंस को उड़द की दाल के पकौडे खिलाएं। ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होंगे और व्यक्ति जल्द ही स्वस्थ हो जाएगा।
मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए आज के दिन पीपल के वृक्ष पर कच्चा सूत बांधे। ये काम आपको परिक्रमा करते हुए करना होगा। आपको वृक्ष के 7 चक्कर काटने होंगे। इस दौरान मन में ओम शनिशचराय नम: मंत्र का जाप करते रहें।
आज शाम को किसी शनिदेव मंदिर के पुजारी को सवा मीटर काला वस्त्र, काले तिल एवं गुलाब जामुन का दान दें। ऐसा करने से शनि का प्रकोप शांत होता है। इसके अलावा व्यक्ति की तरक्की भी होती है।