scriptरक्षाबंधन विशेष: भाई को राशि अनुसार बांधे इस रंग की राखी, मिलेगी कामयाबी | Patrika News
दस का दम

रक्षाबंधन विशेष: भाई को राशि अनुसार बांधे इस रंग की राखी, मिलेगी कामयाबी

10 Photos
6 years ago
1/10

भाई-बहन के प्रेम का खास दिन यानि रक्षाबंधन का पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन भाई को राखी बांधने से उसकी उम्र लंबी होती है और तरक्की मिलती है। इस शुभ दिन के प्रभाव को ज्यादा असरदार बनाने के लिए भाईयों को राशि के अनुसार अलग-अलग रंगों की राखी बांधे।

2/10

पंडित राधेकृष्ण तिवारी के अनुसार मेष और वृश्चिक राशि के जातकों को लाल रंग की राखी बांधनी चाहिए। भाई को राखी बांधते समय उसका चेहरा पश्चिम दिशा की ओर हो।

3/10

मेष और वृश्चिक राशि के लोगों को राखी बांधते समय उसमें लगाई जाने वाली गांठों का भी ध्यान रखें। ज्योतिषाचार्य के मुताबिक इन राशि के जातकों को राखी बांधते समय नौ गांठे लगानी चाहिए। ऐसा करने से भाई का बेचैन मन शांत होगा। साथ ही गुस्सा भी कम होगा।

4/10

वृषभ और तुला राशि के लोगों को रक्षाबंधन पर नीले रंग की राखी बांधे। साथ ही इसमें छह गांठे लगाएं। भाई को राखी बांधते समय उनका मुख उत्तर दिशा की हो।

5/10

इस तरह से वृषभ और तुला राशि के लोगों को राखी बांधने से भाई के अटके हुए काम बनने लगेंगे। उसे तरक्की मिलेगी। साथ ही नौकरी एवं व्यवसाय में मनचाही सफलता मिलेगी।

6/10

मिथुन और कन्या राशि के जातकों को इस दिन हरे रंग की राखी बांधना अच्छा रहेगा। इस दौरान भाई का मुख उत्तर दिशा की हो। राखी में पांच गांठे लगानी चाहिए। ऐसा करने से भाई को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी।

7/10

रक्षाबंधन पर कर्क एवं मकर राशि के लोगों को इस दिन भूरे रंग की राखी बांधें। इससे भाईयों की बुरी नजर से रक्षा होगी। साथ ही उनकी जिंदगी में चल रही मुसीबतें भी खत्म होगी। राखी बांधते समय भाईयों का मुख दक्षिण दिशा की ओर रखें और राखी में आठ गांठे लगाएं।

8/10

सिंह और कुम्भ राशि के जातकों को इस दिन बैंगनी रंग की राखी बांधनी चाहिए और इसमें सात गांठे लगानी चाहिए। इस दौरान भाई को दक्षिण दिशा की ओर खड़ा करना चाहिए। ऐसा करने से भाई की तरक्की होगी और मन शांत होगा।

9/10

धनु एवं मीन राशि के जातकों को बहनें पीले रंग की राखी बांधें और इसमें तीन गांठे बांधे। इस दौरान भाई का मुख पूर्व दिशा की ओर रखें।

10/10

इस प्रकार से धनु एवं मीन जातकों को राखी बांधने से भाईयों को धन लाभ होगा। साथ ही अनावश्यक खर्चों पर रोक लगेगी। इससे भाईयों की सेविंग में वृद्धि होगी और आय के नए स्त्रोत बनेंगे।

loksabha entry point
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.