5.मां लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी है और इस मंत्र में मां लक्ष्मी के साथ विष्णु भगवान के नाम वासुदेव का भी उच्चारण होता है। इसलिए इस मंत्र का शांत मन से उच्चारण करना और भी ज्यादा असरकारक माना जाता है।
6.छोटी दिवाली के दिन के अलावा भी इस मंत्र का जाप बहुत ही शुभ माना जाता है। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु के इस विशेष मंत्र को प्रत्येक शक्रवार के दिन जपने से धन लाभ की प्राप्ति होती है।
7.ध्यान रखें कि जब भी इस मंत्र का जाप करें उस समय आपका मुख दिशा दक्षिण की तरफ होना चाहिए। क्योंकि कहा जाता है कि दक्षिण दिशा के तरफ मुख रखकर इस मंत्र का जाप करना ज्यादा शुभ और असरकारक माना जाता है।
8.अगर आप छात्र है और पढ़ते समय आपके मन में भटकाव रहता है मन केंद्रित नहीं होता तो उस समय आपको इस मंत्र का जाप करना चाहिए। 9.पढ़ाई के दौरान इसका जाप करने से आपके मन में चल रही हर जिज्ञासा समाप्त होती है और आप शांति से अपनी पढ़ाई में मन लगकर अध्यन कर सकते हैं।
10.इस मंत्र के उच्चारण से आपको बैकुंठ में स्थान मिलता है और मन के सभी गलत विचार और धारणाएं समाप्त होती हैं।