गुलाब का फूल जितना खूबसूरत होता है, शरीर के लिए उतना फायदेमंद भी। इसमें मौजूद एंटी आॅक्सिटेंड एवं अन्य पोषक तत्व शरीर को हाइड्रेड रखने के साथ वजन को कंट्रोल करने में भी मदद करते हैं। इससे मौजूद गुणकारी तत्वों का जिक्र आयुर्वेद विज्ञान में भी देखने को मिलता है।
गुलाब के फूल में में लैक्सेटिव और ड्यूरेटिक काफी मात्रा में पाया जाता है। इसकी पंखुड़ियो को चबाकर खाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज होता है। ये पेट में मौजूद विषैले तत्वों को भी बाहर निकालता है। इससे तेजी से कैलोरी बर्न होती है और वजन कम करने लगता है।
गुलाब के फूल में फ्लेवोनॉइड्स, बायोफ्लवोनॉइड्स, साइट्रिक एसिड, फ्रक्टोज, मैलिक एसिड और जिंक भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ये शरीर में शुगर लेवल को कम कर इसे ग्लूकोस में तबदील करता है। जिससे बॉडभ् को तुरंत एनर्जी मिलती है।
ये दिल की बीमारी से लड़ने में भी बहुत उपयोगी साबित होता है। आयुर्वेद विज्ञान के अनुसार अर्जुन के पेड़ की छाल को गुलाब की पंखुड़ियों के साथ उबालकर काढ़ा बनाकर इसे आधा कप रोज पिएं। इससे दिल से संबंधित सभी रोगों में राहत मिलेगी।
गुलाब के फूल में प्राकृतिक रूप से विटमिन सी पाया जाता है। इसका गुलकंद प्रयोग में लाने से जोडों एवं हड्डियों के दर्द में फायदा होता है। इससे मांसपेशियों की जकड़न भी दूर होती है।
गुलाब जल से कब्ज की बीमारी से भी छुटकरा दिलाता है। ये रक्तशोधक की तरह काम करता है। इसकी पंखुड़ियों को उबालकर छान लें। अब रोज आधा कप इस पेय को पिएं, इससे खून साफ हो जाएगा। जिसके चलते त्वचा संबंधित सभी विकारों से राहत मिलेगी।
चूंकि ये खून में मौजूद गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है। इसलिए ये चिकन पॉक्स, फोडा—फुंसी आदि को दूर करने में भी मदद करता है। इसके नियमित सेवन से खून में आॅक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है।
गर्मियों के मौसम में पानी की कमी की वजह से डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। इसे दूर करने के लिए गुलाब का शर्बत और गुलकंद खाना फायदेमंद होता है। ये दिमाग को ठंडा रखने में मदद करता है। इसे रोज सुबह लेने से शरीर में पूरे दिन ताकत रहती है।
गुलाब के फूल में कई एंटी आॅक्सिटेंड तत्व पाए जाते हैं। रोज सुबह खाली पेट 2 से 3 गुलाब की पंखुड़ियां खाने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। इससे शरीर स्वस्थ्य रहता है।
गुलाब की पंखुड़ियों में मौजूद पोषक तत्व स्किन के रैशेस एवं खुजली को भी दूर करता है। इसे गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे रोज चेहरे पर मास्क की तरह लगाने से चेहरे की रंगत निखर जाती है। ये त्वचा को ग्लोइंग बनाता है।
ये मुंह के छालों को ठीक करने में भी बहुत कारगर साबित होता है। इसके लिए आप दिन में दो बार गुलकंद खाएं, ये पेट की गर्मी को शांत कर मुंह का अल्सर ठीक करता है।