आज दुनियाभर में शनि जयंती का पर्व उत्साह से मनाया जा रहा है। इसे शनि अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। ये ज्येष्ठ माह में पड़ता है। इस दिन शनि देव की आराधना करने से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। साथ ही उनके बिगड़े हुए काम भी बनने लगते हैं। इस शनि अमावस्या पर शनि देव को प्रसन्न करने के लिए आप इस आसान उपाय को अपना सकते हैं।
सरसों का तेल और लोहे की चीज के अलावा शनि देव को शमी को पौधा भी बहुत प्रिय है। इस पौधे को घर में लगाने से गरीबी दूर हो जाती है और बिगड़े हुए काम भी तुरंत बनने लगते हैं।
इस शनि अमावस्या पर शनि देव की कृपा पाने के लिए आप अपने आंगन में शमी का पौधा लगाएं। उसे नीली चुनरी उठाएं एवं उसमें काला धागा बांधे। ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और घर में समृद्धि आती है।
इस पौधें को घर के मुख्य द्वार पर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती हैं। इससे नजर दोष एवं अन्य किसी तरह की बाधा से भी रक्षा होती है। इस पौधे के लगाने से आपके दुश्मन भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
यदि आप किसी शुभ कार्य के लिए घर से बाहर जा रहे हैं तो अपनी जेब में शमी के पत्ते रखना न भूलें। ऐसा करने से आपको उस काम में सफलता मिलेगी। साथ ही आपके मार्ग में आ रही बाधाएं हटेंगी।
अगर घर में धन की कमी है और लाख कोशिशों के बावजूद हालात नहीं सुधर रहे हैं तो आप शनि जयंती के दिन व शनिवार को घर में शमी का पौधा लगाएं। अब इसकी जड़ में पूजा की एक सुपारी और एक रुपए का सिक्का दबा दें। इसके बाद पौधे पर गंगाजल अर्पित करें और पूजन करें। इससे पैसों की दिक्कत दूर होने लगेगी।
अगर परिवार के लोग ज्यादातर बीमार रहते हैं तो इस शनि अमावस्या पर शमी के पौधे में पत्थर या किसी भी धातु का एक छोटा सा शिवलिंग स्थापित करें। शिवलिंग पर दूध अर्पित कर दें। अब विधि-विधान से पूजन करने के बाद महामृत्युंजय मंत्र की एक माला का जाप करें। ऐसा करने से बीमारियों का प्राकेप घर से दूर हो जाएगा।
तरक्की के लिए रोज शमी के पौधे में पानी डालें। जबकि शनि अमावस्या व शनिवार के दिन इस पौधे के पास मिट्टी के दीपक में सरसों का तेल डालकर जलाकर रखें। ऐसा करने से घर में खुशहाली भी आती है।
अगर आपके विवाह में बाधाएं आ रही हो तो आप इस शनि जयंती को शमी के पौधे की टहनियों में शुद्ध देसी घी लगाएं। इसके साथ पौधे में लाल सिंदूर चढ़ाएं। ऐसा करने से आपकी कुंडली में मौजूद दोष दूर होंगे। बेहतर परिणाम के लिए आप ये प्रक्रिया लगातार 45 दिनों तक कर सकते हैं।
यदि आपकी कुंडली में शनि दोष है तो सोमवार को शमी के पौधे में एक लाल मौली बांधे। इसे रातभर बंधे रहने दें। अगले दिन सुबह वह मौली खोलकर एक चांदी की डिबिया या ताबीज में भरकर तिजोरी में रखें इससे घर में कभी रुपए—पैसों की दिक्कत नहीं होगी।