1.नवरात्रि के दौरान अक्सर भक्त कलश स्थापना करते हैं। साथ ही नौ दिनों के लिए अखंड ज्योति भी जलाते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने पर घर कभी खाली छोड़कर नहीं जाना चाहिए। क्योंकि ज्योति का बुझना अपशगुन समझा जाता है। इसके अलावा कहते हैं कि ज्योति के जलने से घर में देवी का मां का वास होता है।
2.नवरात्रि का नौ दिन व्रत रखने वालों को नींबू नहीं काटना चाहिए। क्योंकि इसे देवी मां को अर्पण किया जाता है। साथ ही इसे मां शीतला का प्रिय माना जाता है। 3.नवरात्रि के दौरान भक्तों को काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए। क्योंकि ये नकारात्मकता का प्रतीक होते हैं। इसलिए नवरात्रि के नौ दिनों में लाल, सफेद, हरा या पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए। इन्हें शुभ माना जाता है।
4.नौ दिनों तक व्रत रखने वालों को अनाज और नमक का त्याग करना चाहिए। क्योंकि ये व्रत फलाहार रखे जाते हैं। पुराणों के अनुसार नमक की उत्पत्ति पसीने से हुई है इसलिए व्रत में इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए।
7.विष्णु पुराण के अनुसार नवरात्रि के समय दिन में नहीं सोना चाहिए। इससे दुर्भाग्य आ सकता है। 8.नवरात्रि के दौरान प्याज, लहसुन और नॉन वेज नहीं खाना चाहिए। क्योंकि ये सभी चीजें तामसिक प्रवृत्ति की मानी जाती हैं।
9.नवरात्रि के दिनों में तम्बाकू और सिगरेट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे देवी नाराज हो सकती हैं। इन चीजों के सेवन से गुस्सा बढ़ सकता है। जबकि व्रत रखने वालों को शांत रहना चाहिए।
10.नवरात्रि के दिनों में दाढ़ी, नाखून और बाल नहीं काटने चाहिए। इसे अपशगुन माना जाता है।