Published: Mar 12, 2018 12:01:16 am
जमील खान
उत्तर भारत में तेजी से फैल रहे पित्ताशय के कैंसर को संतुति जीवनशैली और शुरुआती लक्षणों की पहचान से काबू किया जा सकता है।
उत्तर भारत में तेजी से फैल रहे पित्ताशय के कैंसर को संतुति जीवनशैली और शुरुआती लक्षणों की पहचान से काबू किया जा सकता है। चिकित्सकों के अनुसार दुनिया के किसी भी देश की अपेक्षा उत्तर भारत में इस रोग से ग्रसित लोगों की संख्या सबसे ज्यादा है। पित्त की थैली का कैंसर साइलेंट किलर की तरह लोगों की जिंदगी में दाखिल हो रहा है। पीडि़त इस बीमारी से अन्त समय तक अन्जान रहता है। उसको अन्तिम चरण मे इस बीमारी का पता चलता है। इसका सबसे बड़ा कारण इस बीमारी में किसी प्रकार के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं।