मां चाहे घर हो या बाहर हमेशा काम करती रहती है। उसे एक भी दिन की छुट्टी नहीं मिलती। वो निस्वार्थ भावना से अपने बच्चों और घरवालों का ख्याल रखती है। इस मदर्स डे मां को खुश करने के लिए तोहफे देने से अच्छा उन्हें कहीं घुमाने ले जाएं। इससे मां को घर के काम से राहत मिलेगी। साथ ही वो अच्छे से रिलैक्स कर पाएंगी। आज हम आपको देश के ऐसे ही 10 खूबसूरत जगहों के बारे में बताएंगे जहां आप अपनी मां के साथ अच्छे पल बिता पाएंगे।
ज्यादातर मदर्स को नेचुरल ब्यूटी बहुत पसंद होती है। इसलिए आप इस बार मदर्स डे पर उन्हें मुनार के चाय बागान दिखाने ले जा सकते हैं। ये केरल में है। यहां प्रदूषण बहुत कम है। ये बागान करीब 12000 हेक्टेयर में फैला हुआ है। यहां चाय संग्राहलय भी है। यहां आकर आपकी मम्मी को शांति का एहसास होगा।
मदर्स डे पर आप अपनी मां को लद्दाख में बने नुबरा वैली भी ले जा सकते हैं। दरअसल ये फूलों की घाटी है। ये देखने में बेहद खूबसूरत हैं। यहां हुन्डर और पनामिक नामक जगह इस वैली के दो मुख्य आकर्षण हैं। यहां जाने के लिए आपको इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होगी। यहां आप मां एवं अन्य फैमिली मेबर्स के साथ पिकनिक इंजॉय कर सकते हैं।
अगर आपकी मां को नदी, तालाब, झरने आदि देखने का शौक हो तो आप उन्हें मेघालय के चेरापूंजी में स्थित नोहकालिकाई फॉल्स ले जा सकते हैं। यह झरना 335 मीटर ऊंचाई से गिरता है। यहां झरने के नीचे एक तालाब बना हुआ है, जिसमें गिरता हुआ पानी हरे रंग का दिखाई देता है।
अगर आप मुंंबई या इसके आस—पास रहते हैं तो माथेरान एक बेहतरीन जगह है। यहां कई लोग छुट्टियां मनाने आते हैं। किसी समय में यह मुंबई में मौजूद ब्रिटिश अधिकारियों की पसंदीदा जगह हुआ करता था। यह एक छोटा हिल स्टेशन है, जो कि मुंबई से 90 कि.मी. की दूरी पर है। यहां से सूर्यास्त और सूर्योदय का नज़ारा बहुत सुंदर होता है।
नेचुरल ब्यूटी देखने के लिए मिजोरम भी एक बेहतरीन विकल्प है। यहां की पहाड़ियां घने सदाबहार वनों से ढकी हैं, जिनमें चंपक, आयरन वुड और गुर्जुन जैसे मूल्यवान इमारती लकड़ी के वृक्ष पाए जाते हैं। इन जंगलों में हाथी, बाघ, भालू, हिरन और जंगली भैंसों समेत कई जानवर देखने को मिलते हैं।
महाराष्ट्र के बुलढ़ाणा ज़िले में लोनार झील है। ये एक खारे पानी की झील है। यह आकाशीय उल्का पिंड की टक्कर के चलते बना है। बताया जाता है कि उस वक्त करीब दस लाख टन के उल्का पिंड से टकराव हुआ था। जिसके चलते लगभग 500 मीटर गहरा झील गना गया।
अगर आपकी मां को घूमने का शौक हो और स्वस्थ हो तो आप उन्हें लेह लद्दाख भी घुमाने ले जा सकते हैं। ये सिंधु नदी के किनारे और 11000 फीट की ऊंचाई पर बसा लेह पर्यटकों को जमीं पर स्वर्ग का आभास कराता है। लेह में पर्वत और नदियों के अलावा कई ऐतिहासिक इमारतें मौजूद हैं।
आप मदर्स डे पर अपनी मां को नंदा देवी के भी दर्शन करा सकते हैं। ये मंदिर उत्तराखंड के गढ़वाल ज़िले में स्थित है। यह पर्वत हिमालय के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र का प्रसिद्ध पर्वतशिखर है। इसकी चमोली से दूरी 32 मील पूर्व है। इस पर्वत शिखर में दो जुड़वां चोटियां हैं। इस मंदिर की बहुत मान्यता है, इसलिए यहां दूर—दूर से भक्त दर्शन करने आते हैं।