खजूर में भरकर खा लें ये चीज, एक हफ़्ते में खत्म हो जाएगी दुबलेपन की समस्या 1.तनु तोमर बागपत के फतेहपुर के एक छोटे से गांव पुट्ठी की रहने वाली हैं। वो यहां श्रीराम शिक्षा मंदिर इंटर कॉलेज की छात्रा हैं। मेरिट में आने के लिए तनु ने काफी मेहनत की है। एक किसान की बेटी होने और सुविधाओं की कमी के बावजूद पढ़ाई के प्रति उनकी लगन कभी कम नहीं हुई।
2.तनु का कॉलेज उनके घर से करीब सात किमी दूर है। तब भी वो नियमित तौर पर कॉलेज जाती थीं। साथ ही वो विद्यालय में ही एक्सट्रा क्लाजेज भी अटेंड करती थी, लेकिन उन्होंने कभी भी बाहर के कोचिंग का सहारा नहीं लिया।
3.कल रिजल्ट की घोषणा के बाद जब तनु ने अपने पिता को उनके नतीजे के बारे में बताया, तो बाप-बेटी की आंखों से आंसू छलक पड़ें। 4.दरअसल उस समय तनु के पिता खेत में फसल काट रहे थे। मगर जैसे ही तनु ने यूपी बोड की परीक्षा में खुद के टॉप करने की खबर दी तब वे खुशी के करण अपनी भावनाओं को कंट्रोल नहीं कर पाएं। उनके लिए ये एक बड़ी बात है।
5.तनु के पिता के अनुसार एक छोटे से गांव से होने पर भी उनकी बेटी का टॉप करना एक बड़ी उपलब्धि है। इससे दूसरी लड़कियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।
रोहित शेखर हत्याकांड : रोजाना रात के ठीक एक बजे नहाते से रोहित, वजह बेहद चौंकाने वाली 6.मालूम हो कि तनु ने यूपी बोर्ड की परीक्षा में अव्वल आने के लिए टाइम मैनेजमेंट को अपना सिद्धांत बनाया था। साथ ही वो सभी विषयों पर बराबर फोकस करती थीं। उनके मुताबिक परीक्षा में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत बेहद जरूरी है।
7.तभी तनु ने रातों में जागकर भी पढ़ाई की। इतना ही नहीं गांव में कई बार पूरी रात लाइट न आने पर उन्होंने लैम्प की रोशनी में भी स्टडी की है। 8.तनु तोमर का सपना आगे अच्छी डिग्री हासिल करना है। साथ ही भविष्य में वो डॉक्टर भी बनना चाहती हैं। क्योंकि वो लोगों की सेवा करना चाहती हैं।
9.तनु तोमर की सफलता से न सिर्फ उसके घरवाले और रिश्तेदार बल्कि उसके कॉलेज वाले भी बहुत खुश हैं। उन्होंने मिठाइयां बांटकर इसका जश्न भी बनाया।