नई दिल्ली : आजकल देखा जा रहा है कि महिलाओं से ज्यादा पुरूषों में डायबिटीज की बीमारी हो रही है। इस बीमारी की वजह से इंसुलिन बनना बंद हो जाता है । पहले माना जाता था कि मीठा ज्यादा खाने की वजह से ऐसा होता है लेकिन वैज्ञानिकों के एक शोध के मुताबिक विटामिन डी की कमी डायबिटीज का कारण बनती जा रही है।
एक स्टडी के अनुसार, विटामिन डी की कमी से महिलाओं के शरीर में ब्लड ग्लूकोज लेवल बढ़ जाता है, जिसे प्री-डायबिटिक माना जाता है।इस स्थिति में व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता लेकिन वह इतना ज्यादा नहीं होता कि उसे डायबिटिक कहा जाए। मगर धीरे-धीरे यहीं स्थिति महिलाओं को डायबिटीज का शिकार बना देती है।
विटामिन डी की कमी ऐसी है, जैसे सर्दी-जुखाम का होना। कहने को कोई बीमारी नहीं, लेकिन ये पूरी तरह से आपके डेली रूटीन को डिस्टर्ब करता है। विटामिन डी की कमी से एक नहीं बल्कि पूरी दस बीमारियां होती हैं।
विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत सू्र्य है । विटामिन डी की कमी से डिप्रेशन ज्यादा बढ़ जाता है ।
रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होना- जब शरीर छोटी-छोटी बीमारियों को न झेल पाए तो भी ये समझ लेना चाहिए कि शरीर में विटामिन डी की कमी है।
पसीना आना- इस विटामिन की कमी से शरीर में पसीने की मात्रा बढ़ जाती है।
विटामिन डी कमी से हड्डियों का रोग होता है।
हाइपरटेंशन या हाई ब्लडप्रेशर की शिकायत तब होती है। जब शरीर में विटामित डी का लेवल कम होता है।
एंजायटी या घबराहट, इसके लिए भी विटामिन डी जिम्मेदार होता है।
बच्चों में विटामिन डी की कमी से रिकेट्स हो जाता है।