1.डॉक्टरों के मुताबिक वॉटर प्यूरीफायर में कई ऐसे केमिकल्स मौजूद होते हैं जो शरीर के संपर्क में आने से रिएक्ट करते हैं, इससे कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। 2.पानी को शुद्ध करने के लिए आरओ यानी रिवर्स ऑस्मोसिस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। ये पानी से कई तरह की अशुद्धियों को निकालता है। मगर इससे मिनरल्स भी निकल जाते हैं। ऐसे में शरीर की इम्यूनिटी स्ट्रांग नहीं हो पाती है।
3.नेचुरल पानी में कैल्शियम और मैग्नीशियम होते हैं। मगर प्यूरीफायर के संपर्क में आने से ये तत्व नष्ट हो जाते हैं। इससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। 4.वॉटर प्यूरीफायर में पानी छानने के लिए एक प्लेट लगी होती है। जिसमें कॉपर की मात्रा ज्यादा होती है। इसे मानक से ज्यादा इस्तेमाल करने पर डाइजेशन की दिक्कत हो सकती है।
5.फिल्टर पानी पीने से त्वचा का पीएच लेवल कम हो जाता है। इससे त्वचा की नमी चली जाती है। जिससे स्किन ड्राई लगने लगती है। 6.वॉटर प्यूरीफायर का पानी लंबे समय तक पीने से पेट में जलन की समस्या हो सकती है। बाद में ये गैस्ट्रिक की दिक्कत को भी बढ़ा सकता है।
7.प्यूरीफायर का पानी पीने से इसमें मौजूद क्लोरीन मेटाबॉलिज्म पर असर डालते हैं। इससे पाचन क्रिया धीमे हो जाती है। 8.वॉटर प्यूरीफायर के इस्तेमाल से शरीर कमजोर होने लगता है। इससे बॉडी खाने से पूरे विटामिन्स नहीं निकाल पाता है।
9.प्यूरीफायर की प्लेट में लेड का इस्तेमाल होता है। ये शरीर के लिए बहुत घातक साबित होता है। पानी के जरिए रोजाना इसकी मात्रा शरीर में पहुंचने से कैंसर तक की बीमारी हो सकती है।
10.वॉटर प्यूरीफायर में पानी कई बार छनता है, जिसके चलते मिनरल्स कम हो जाते हैं। ऐसा पानी लंबे समय तक पीने से किडनी की दिक्कत आ सकती है।