सुबह उठते ही अच्छे से चबाकर खा ले 7 से 8 मुनक्के, दूर हो जाएगी कमजोरी 1.मलेरिया की बीमारी मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होती है। इस मच्छर के खून में परजीवी
बैक्टीरिया होते हैं। इनके काटने पर वही बैक्टीरिया हमारे शरीर में पहुंच जाते हैं। जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।
2.ये बैक्टीरिया इंसान के शरीर में पहुंचकर सबसे पहले
लिवर को डैमेज करता है। इससे पाचन क्रिया बुरी तरह से प्रभावित होती है। हालांकि मलेरिया के लक्षण तुरंत नहीं दिखते हैं। इसका पूरा असर शरीर में करीब 10 से 12 दिनों में देखने को मिलते हैं।
3.अगर किसी को मलेरिया की बीमारी ने जकड़ लिया है तो इससे छुटकारा पाने के लिए तुलसी के पत्ते चबाना फायेमंद होते हैं। क्योंकि इसमें मौजूद एंटी आक्सिडेंट इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करते हैं। इससे बैक्टीरिया का प्रभाव कम होता है।
4.मलेरिया से बचने के लिए खूब पानी पीना भी फायदेमंद होता है। क्योंकि इससे शरीर हाइड्रेट रहता है। ऐसे में जीवाणु पनप नहीं पाते हैं। 5.नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स और जिंक तत्व होते हैं। ये शरीर को हाइड्रेट रखने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। इसे मलेरिया होने पर रोजाना पीने से बीमारी से जल्दी छुटकारा मिलेगा।
बॉडी देने लगे ये सिग्नल तो समझ जाएं खराब हो रहा है आपका लिवर 6.मलेरिया से बचने के लिए सिंट्रोनेला तेल का इस्तेमाल भी फायदेमंद होता है। ये एक ऐसेंशियल तेल है। ये नींबू की महक वाला एक घास होता है। इसे लगाने से मच्छर आपके पास नहीं आएंगे।
7.मच्छरों को पनपने देने से रोकने के लिए सिंथेटिक पायरेथयरॉयड फ्लो नामक केमिकल की दो ढक्कन को दो लीटर पानी में घोल लें। अब इसे कमरे में छिड़क दें। ऐसा करने से मच्छर पनप नहीं सकेंगे।
8.घर में गम्बूशिया गप्पी नामक मछलियां रखने से भी मलेरिया के मच्छरों से बचाव होगा। क्योंकि ये मादा एनाफिलीज मच्छर के लार्वा को खा जाती हैं। 9.मलेरिया से बचने के लिए पालक और चुकंदर का जूस भी उपयोगी साबित होता है। ये शरीर में आयरन की कमी को पूरा करता है। साथ ही शरीर को मजबूत बनाता है। जिससे मलेरिया के बैक्टीरिया का असर कम होता है।
10.नींबू चाटने से भी रोग में लाभ मिलता है। इसमें मौजूद साइट्रिक एसिड बैक्टीरिया के बुरे प्रभाव को कम करता है। साथ ही इम्यूनिटी को बढ़ाता है।