एडीबी ने एक बयान में कहा, “भारत में वृद्धि कम हुई है, ऐसा क्रेडिट की कमी और घरेलू मांग के कमजोर होने से हुआ है।” यह चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के आर्थिक अनुमान के नीचे जाने का एक और संशोधन है।
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भारतीय रिजर्व बैंक ( rbi ) ने पिछले हफ्ते अपनी मौद्रिक नीति घोषणा में वित्त वर्ष 2019-20 के जीडीपी में गिरावट आने और इसके 6.1 फीसदी से घटकर पांच फीसदी होने का अनुमान जाहिर किया।
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केंद्रीय बैंक ने कहा कि जुलाई-सितंबर की जीडीपी वृद्धि, अनुमान से काफी कम हो गई है और विभिन्न संकेतक बताते हैं कि घरेलू और बाहरी मांग की स्थिति कमजोर बनी हुई है। दूसरी तिमाही में विकास दर छह साल के निचले स्तर 4.5 फीसदी पर आ गई।