2007 से कनिष्क ने लोन लेना शुरू किया
एसबीआई के मुताबिक कनिष्क गोल्ड ने 2007 से लोन शुरू किया था बाद में उसने अपनी क्रेडिट सीमा बढ़वा ली। बता दें कि जिन 14 सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने कनिष्क को लोन दिया है उनमें एसबीआई सबसे आगे है। एसबीआई की ओर से लिखे एक पत्र में कनिष्क पर रिकॉर्ड्स में फेरबदल और रातोंरात शो रूम बंद करने का आरोप लगाया गया है। एसबीआई ने 11 नवंबर 2017 को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( आरबीआई) को इसकी जानकारी दी थी। जनवरी तक दूसरे बैंकों ने भी रेग्युलेटर को धोखाधड़ी के बारे में बताया।
एसबीआई के मुताबिक कनिष्क गोल्ड ने 2007 से लोन शुरू किया था बाद में उसने अपनी क्रेडिट सीमा बढ़वा ली। बता दें कि जिन 14 सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने कनिष्क को लोन दिया है उनमें एसबीआई सबसे आगे है। एसबीआई की ओर से लिखे एक पत्र में कनिष्क पर रिकॉर्ड्स में फेरबदल और रातोंरात शो रूम बंद करने का आरोप लगाया गया है। एसबीआई ने 11 नवंबर 2017 को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( आरबीआई) को इसकी जानकारी दी थी। जनवरी तक दूसरे बैंकों ने भी रेग्युलेटर को धोखाधड़ी के बारे में बताया।
कागजातों में धोखाधड़ी की बात स्वीकार की एसबीआई ने अपने लिखे पत्र में कहा कि कनिष्क मार्च 2017 में ब्याज भुगतान में 8 सदस्य बैंकों से डिफॉल्ट हुआ। अप्रैल 2017 तक कनिष्क ने सभी 14 बैंकों को पेमेंट रोक दी। उसके बाद अप्रैल 2017 में जब ऑडिट की गई तो बैंकर्स प्रमोटर से संपर्क करने में असफल रहे। 25 मई 2017 को जब बैंकर्स ने कनिष्क के कॉर्पोरेट ऑफिस का दौरा किया तो शोरूम बंद था। वहां पूरा सन्नाटा पसरा था। उसी दिन कंपनी के मालिक ने बैंकर्स को पत्र लिखकर रिकॉर्ड्स में जालसाजी करने की बात स्कीवाक की थी ।
नीरव-चोकसी पर करोड़ों के घोटाले का आरोप
गौरतलब है कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पीएनबी से 14,600 करोड़ रुपए का घोटाला कर फरार हैं। हालांकि भारत में जांच एजेंसियां नीरव मोदी के ठिकानों पर कार्रवाई कर उसकी संपत्तियां जब्त कर रही हैं। वहीं उन्हें देश से वापस लाने के कानूनी तरीके तलाशे जा रहे हैं।
गौरतलब है कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पीएनबी से 14,600 करोड़ रुपए का घोटाला कर फरार हैं। हालांकि भारत में जांच एजेंसियां नीरव मोदी के ठिकानों पर कार्रवाई कर उसकी संपत्तियां जब्त कर रही हैं। वहीं उन्हें देश से वापस लाने के कानूनी तरीके तलाशे जा रहे हैं।