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0.8 फीसदी रह सकती है देश की जीडीपी
बार्कलेज की रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन में इजाफे की वजह से इकोनॉमी को 17.80 लाख करोड़ रुपए का नुकसान होने की संभावना है। मौजूदा कैलेंडर वर्ष के अनुसार 2020 में भारत की जीडीपी ग्रोथ काफी धीमी रहने के आसार दिखाई दे रहे हैं। कंपनी के अनुमान के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 0.8 फीसदी रह सकता है। इससे पहले बार्कलेज की ओर 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान जारी रिपोर्ट के अनुसार 9 लाख करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया था। वहीं देश की जीडीपी को 3.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था।
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3 मई तक देश में लॉकडाउन
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार सुबह 10 बजे देश को संबोधित किया था। जिसमें 25 मार्च से लागू लॉकडाउन की अवधि को तीन मई, 2020 तक बढ़ाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए लॉकडाउन की समय सीमा को बढ़ाना जरूरी है। पीएम मोदी ने कोरोना वायरस से कम प्रभावित क्षेत्रों में 20 अप्रैल से कुछ छूट देने का संकेत दिया है, लेकिन साथ ही कहा कि यह छूट सशर्त दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नियमों का पालन नहीं होने या कोरोना के मामले पाए जाने पर छूट वापस ले ली जाएगी।