रैंकिंग से बाहर रहा गोवा
हालांकि राज्य का विकास, महंगाई और वित्तीय घाटे को ध्यान में रखते हुए गुजरात, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल टॉप पर रहे हैं। गुजरात और कर्नाटक में उत्पादन की वजह से विकास दर बढ़ी है। इस रैंकिंग में उन 17 राज्यों को शामिल किया गया है जो केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों (सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स डेटा) पर आधारित विभिन्न मापदंडों के अनुसार विशेष श्रेणी में नहीं आते हैं। इन 17 में 12 राज्यों की विकास दर पिछले पांच सालों के मुकाबले ज्यादा रही है। छोटा राज्य होने के कारण गोवा को इस रैंकिंग में शामिल नहीं किया गया है।
कम रफ्तार से हुई वृद्धि – क्रिसिल
इसके साथ ही महंगाई दर, वृद्धि और राजकोषीय घाटे के मामले में सबसे अच्छा प्रदर्शन गुजरात और कर्नाटक का रहा है। वहीं केरल और पंजाब का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। क्रिसिल ने कहा कि, ‘अधिकांश राज्यों में आर्थिक वृद्धि रोजगार सृजन के अनुकूल नहीं रही है। रिपोर्ट में कहा गया कि 11 राज्यों में विनिर्माण, निर्माण, व्यापार, होटल, परिवहन और संचार सेवाओं जैसे रोजगार केंद्रित क्षेत्रों में राष्ट्रीय दर की तुलना में कम रफ्तार से वृद्धि हुई है।’
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