scriptनीरव मोदी, विजय माल्या का नहीं बल्कि ये है देश का सबसे बड़ा घोटाला! | Cryptokidnapping scam is one of the biggest scam | Patrika News

नीरव मोदी, विजय माल्या का नहीं बल्कि ये है देश का सबसे बड़ा घोटाला!

locationनई दिल्लीPublished: Aug 11, 2018 08:45:56 am

Submitted by:

Ashutosh Verma

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात में एक बिटकाॅइन में निवेश को लेकर एक एेसा कथित आरोप लगा है जो शायद भविष्य में भारतीय बैंकिंग सेक्टर का सबसे बड़ा घोटाला सबित हो जाए।

Bitcoin Scam

बड़ा खुलासाः भारत में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला आया सामने! PNB मामला भी लग रहा है छोटा

नर्इ दिल्ली। टैक्स चोरी आैर भ्रष्टाचार का आरोप, किडनैपिंग, भगौड़ा नेता, अरबों रुपए का बिटकॅाइन। ये कोर्इ आम क्राइम नहीं बल्कि अपने कारोबार के लिए दुनियाभर में पहचाने जाने वाले गुजरात में क्रिप्टो ट्रेडिंग का नया अंदाज है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात में एक बिटकाॅइन में निवेश को लेकर एक एेसा कथित आरोप लगा है जो शायद भविष्य में भारतीय बैंकिंग सेक्टर का सबसे बड़ा घोटाला सबित हो जाए। ध्यान देने वाली बात ये भी है कि इसके तार अमरीका के टेक्सास तक जुड़े हैं आैर लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इसमें सत्तारूढ़ पार्टी के नेता की संलिप्तता मोदी सरकार के लिए खतरें की घंटी हो सकती है।


ये पूरा मामला इस साल फरवरी का है जब एक प्राॅपर्टी डेवलपर शैलेश भट्ट गुजरात सरकार के पास जाता है आैर कहता है कि कुछ पुलिस द्वारार उसे किडनैप कर लिया गया है आैर फिरौती के तौर पर उससे 200 बिटकाॅइन मांगा जा रहा है। उसने अागे कहा कि मदद के लिए वो कहीं आैर नहीं जा सकता। इन बिटकाॅइन की कुल कीमत 1.8 मिलियन अमरीकी डाॅलर है।


इस कंप्लेन के बाद गुजरात की क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआर्इडी) को बुलाया गया आैर उसने जो सबूत इकट्ठा किए उससे तो फिलहाल यही लग रहा कि ये अब तक का सबसे बड़ा फ्राॅड सबित हो सकता है। शुरुअाती जांच में 8 पुलिसकर्मियों को जांच पूरे होने तक सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले के मुख्य सीआर्इडी अधिकारी आशीष भाटिया के मुताबिक, इस आरोप में शैलेष भाटिया का एसोसिएट कीरीत पलादिया, उसके अंकल नलीन कोटादिया जो कि भारतीय जनता पार्टी का पूर्व नेता शामिल हैं। किडनैपिंग का दायरा बढ़ने की वजह से शैलेष भट्ट पर भी चार्ज लगाया गया है।


अपहरण आैर रंगदारी के चार्जेज पर पलादिया को सलाखों के पीछे भेज दिया गया है अौर पुलिस के अनुसार भट्ट आैर कोटादिया दोनों का अभी तक कोर्इ पता नहीं चल पाया है। गुजरात के एक पत्रकार जिन्होंने इस मामले का भंडाफोड़ किया है, उनके अुनसार अप्रैल माह में कोटादिया ने व्हाट्सएेप पर एक वीडियो के जरिए कहा है कि वो निर्दोष है। उसने वीडियाे में ये भी कहा है वो पहले ही क्रिप्टो स्कैम के बारे में अथाॅरिटी को बता चुका है। यूट्यूब पर एक रिपोस्ट किए गए इस वीडियो में कोटादिया कह रहा है कि भट्ट ही इस स्कैम के लिए जिम्मेदार है आैर उसने इस बात की धमकी दी है कि वो एेसी संवेनशली जानकारिदयां रखता है जिसकी गाज कर्इ नेताआें पर गिर सकती है। लेकिन भट्ट आैर पलादिया दोनों ने अपने वकीलों के माध्यम से कहा है कि वो निर्दोष हैं।


साल 2016 अौर 2017 के दौरान, भट्ट ने सतीश कुम्भानी की एक क्रिप्टोकरेंसी फर्म ‘बिटकनेक्ट’ में निवेश किया। कुम्भानी बिटकनेक्ट के संस्थापकों में से एक हैं। क्रिप्टोवाॅजडाॅग के मुताबिक इस कंपनी ने कर्इ लोगों के साथ कथित तौर पर ठगा है। क्रिप्टोवाॅचडाॅग के 6 निवेशकों ने इस कंपनी के खिलाफ यूएस फेडरल में लाॅसूट भी फाइल किया है। इस फर्म ने वैश्विक स्तर पर लोगों से बिटकाॅइन डिपाॅजिट करवाया था। इन बिटकाॅइन को उसने फीसदी तक की ब्याज दर पर लोगों के दिया। पिछले साल बिटकाॅइन में 1000 डाॅलर से 19,700 डाॅलर में तेजी आर्इ जिसमें इन्हें ब्याज दर से भारी मुनाफा हुआ। भाटिया के अनुसार, इसी दौरान भट्ट आैर अन्य निवेशकों ने करीब 3.2 बिलियन डाॅलर मूल्य का बिटकाॅइन बिटकनेक्ट में निवेश किया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो