स्वंय कर सकते हैं आवेदन
आपको बता दें कि अभी कर्मचारियों को यूएएन के लिये एंप्लॉयर के जरिए आवेदन करना होता है। अब ईपीएफओ की वेबसाइट से इसे खुद ही बनाया जा सकता है। इससे उन्हें नौकरी बदलने पर पीएफ ट्रांसफर का क्लेम करने की जरूरत नहीं होगी। एक कर्मचारी का यूएएन नंबर पूरी जिंदगी में एक ही रहता है। अब कर्मचारी अपना यूएएन नंबर सीधे ईपीएफओ की वेबसाइट से ले सकता है, जिससे वह पीएफ, पेंशन और लाइफ इंश्योरंस के फायदे के लिए रजिस्टर होता।
संतोष गंगवार ने की घोषणा
श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने ईपीएफओ के 67वें स्थापना दिवस पर यहां इन दोनों सुविधाओं की शुरुआत की। उन्होंने ई-निरीक्षण की भी शुरुआत की। यह ईपीएफओ का कर्मचारियों के साथ इंटरफेस है। ई-निरीक्षण फॉर्म कर्मचारियों के यूजर लॉगइन में मौजूद होगा। इससे उन्हें उनके अनपेड ड्यूज का भुगतान करने में मदद मिलेगी। इससे कर्मचारियों के साथ बदसलूकी रुकेगी।
कई लोगों से की मुलाकात
इस मौके पर गंगवार ने कहा कि उन्हें कर्मचारी पेंशन स्कीम, 1995 से जुड़े बहुत से लोग मिले हैं। उन्होंने कहा कि वह इस बात का भरोसा दिलाते हैं कि कर्मचारियों के अधिकार की रक्षा होगी। ईपीएफओ के देश भर में 6 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। वह 12.7 करोड़ रुपये से ज्यादा का कॉर्पस मैनेज करता है।