उन्होंने कहा कि आरबीआर्इ व सरकार को आपसी सहयोग से काम करना चाहिए। यदि दोनों के बीच कोर्इ मतभेद होता है कुछ चीजाें को नजरअंदाज करना चाहिए। देशहित में उन्हें यह काम करना चाहिए। बता दें कि अरविंद पनगढ़िया फिलहाल कोलम्बिया विश्वविद्यालय में इंडियन पाॅलिटिकल इकोनाॅमी के प्रोफेसर हैं। उन्होंने कहा कि अमरीका में कर्इ बार फेड रिजर्व व अमरीकी सरकार आपसी एक दूसरे के साथ बेहतर सहयोग से काम करते हैं। साल 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान दोनों के बीच तालमेल इसका सबसे बेहतर उदाहरण है।
हालांकि, साथ में उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह से इसे मीडिया में उछाला गया वो काफी निराशाजनक है। मीडिया में इसे एक बड़े विवाद के तौर पर लिया गया जो कि गलत है। इसके पहले भी ब्याज दर, वित्तीय तरलता व बैंकिंग सेक्टर को लेकर वित्त मंत्रालय आैर केंद्रीय बैंक के बीच विवाद सामने आए हैं। लेकिन बाद में दोनों के बीच शांतिपूर्ण समझौता हुआ है। इस बार यह विवाद सरकार द्वारा आरबीआर्इ एक्ट के तहत सेक्शन 7 के इस्तेमाल से हुआ है जिसका पहले कभी इस्तेमाल नहीं किया गया था।